आर्ट ऑफ लिविंग द्वारा आयोजित ‘भाव- द एक्सप्रेशन समिट-2024’ में निमिषा पारेख पैनलिस्ट के रूप में सम्मानित
निमिषाबेन पारेख ने गुरु श्री श्री रविशंकर से व्यक्तिगत तौर पर मुलाकात की और उनका आशीर्वाद लिया
सूरत। आर्ट ऑफ लिविंग इंटरनेशनल सेंटर ने हर साल की तरह इस साल भी वर्ल्ड फोरम फॉर आर्ट एंड कल्चर के तत्वावधान में बेंगलुरु में ‘भाव- द एक्सप्रेशन समिट-2024’ का आयोजन किया। 26-27-28 जनवरी को आयोजित इस तीन दिवसीय कार्यक्रम में देश-विदेश से विभिन्न क्षेत्रों की 100 से अधिक मशहूर हस्तियों और अंतर्राष्ट्रीय कलाकारों को आमंत्रित किया गया था। जिसमें आर्ट ऑफ लिविंग की स्थानीय समन्वयक एवं हैप्पीनेस कोर्स की शिक्षिका जालपा ठक्कर द्वारा यह कॉ ऑडिनेशन किया गया। इस कार्यक्रम में सूरत से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध मेहंदी आर्टिस्ट निमिषा पारेख को भी पैनलिस्ट के रूप में आमंत्रित किया गया था।
पहली बार ऐसे किसी अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम में मेहंदी आर्टिस्ट को प्रमुख स्थान दिया गया है और सूरत की निमिषाबेन पारेख को इसका प्रतिनिधित्व करने का सम्मान मिला है। इस अवसर पर कार्यक्रम के संचालक एवं सुप्रसिद्ध कथक कलाकार सुनीलभाई सुंकारा ने निमिषाबेन पारेख को सम्मानित किया। कार्यक्रम में करीब 800-1000 लोग मौजूद थे और 15000 से ज्यादा लोग इस कार्यक्रम को लाइव देख रहे थे। जिसमें निमिषाबेन को सम्मानित किया गया और उनसे मेहंदी कला, इसके महत्व और इस कला में उनके द्वारा किए गए नवाचारों पर वन-टू-वन बातचीत की।
निमिषाबेन पारेख को इस क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ा और फिर उन्होंने भारत की संस्कृति और कला को इस कला में पिरोना शुरू किया, उसे आवाज दी। उन्होंने मेहंदी में वार्ली आर्ट से शुरुआत की। उन्हें पहली बार वार्ली को मेहंदी के रूप में पेश करने का श्रेय भी दिया जाता है। इसके अलावा उन्होंने कैनवास पर मेहंदी के माध्यम से चित्र बनाने का एक नया उद्यम शुरू किया है, जो काफी चर्चा में रहा है और लोगों ने इसे खूब सराहा है। इतना ही नहीं, उन्होंने हाल ही में आयोजित अयोध्या राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में अयोध्या की थीम पर अभिनव मेहंदी कला का प्रदर्शन किया।
मेहंदी के इस क्षेत्र में निमिषाबेन पारेख के नवाचार को देखते हुए, उनकी कलात्मकता को देखते हुए, उन्हें इस प्रतिष्ठित कार्यक्रम में पैनलिस्ट के रूप में आमंत्रित किया गया था। जहां उन्होंने कई लोगों को इस क्षेत्र में आगे बढ़ने और अपना करियर बनाने की प्रेरणा दी है।
इस मौके पर निमिषाबेन पारेख ने मशहूर गुरु श्री श्री रविशंकर से व्यक्तिगत तौर पर मुलाकात की और उनका आशीर्वाद लिया।