
पॉलिएस्टर यार्न पर ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टान्डर्ड (बीआईएस) के कार्यान्वयन ने वीवर्स को गहरी चिंता में डाल दिया था। फियास्वी, फोगवा के साथ-साथ दक्षिण गुजरात चैंबर ने बीआईएस के कार्यान्वयन में राहत की मांग की। संगठनों और दक्षिण गुजरात चैंबर के मजबूत प्रतिनिधित्व के बाद, पॉलिएस्टर यार्न पर बीआईएस के कार्यान्वयन को तीन महीने के लिए बढ़ा दिया गया है, जिससे वीवर्स को राहत मिली है। फोगवा, फियास्वी, चैंबर समेत कई संगठनों के ज्ञापन के बाद केंद्र सरकार ने वीविंग उद्योगों को हल्की राहत दी है। बता दें कि यह फैसला केंद्रीय मंत्री मनसुखभाई मांडविया के सीधे हस्तक्षेप से लिया गया है।
पिछले नवंबर 2022 में चैंबर ऑफ कॉमर्स के पूर्व अध्यक्ष हिमांशुभाई बोडावाला, फियास्वी के अध्यक्ष भरत गांधी, चैंबर के पूर्व अध्यक्ष आशीष गुजराती और फोगवा के अध्यक्ष अशोक जीरावाला ने केंद्र सरकार के पॉलिएस्टर यार्न पर बीआईएस के फैसले का विरोध किया था।
भारत में पॉलिएस्टर यार्न के कुछ क्वॉलिटी का उत्पादन नहीं किया जाता है, इसलिए उन यार्न का आयात बनाए रखा जाना चाहिए और बीआईएस मानक का अंतर्राष्ट्रीयकरण किया जाना चाहिए ताकि स्थानीय कपड़ा निर्माता गुणवत्ता वाले कपड़े का उत्पादन कर सकें। फोगवा अध्यक्ष अशोक ने अध्यक्ष आशीष गुजराती के नेतृत्व में केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया को सूरत की विभिन्न एसोसिएशनों द्वारा बीआईएस गुणवत्ता नियंत्रण लागू करने की गंभीर समस्या से अवगत कराया।
संगठनों ने कार्यान्वयन को छह महीने बढ़ाने की मांग की। हालांकि, सरकार ने तीन महीने का वक्त दिया है। फोगवा के अध्यक्ष अशोक जीरावाला और पूर्व चैंबर अध्यक्ष आशीष गुजराती ने केंद्रीय मंत्री मनसुखभाई मांडविया, कपड़ा राज्य मंत्री दर्शना जरदोश, नवसारी सांसद और गुजरात भाजपा अध्यक्ष सीआर का आभार व्यक्त किया है।