
वैक्सीन या कोविड टेस्ट के लिए नहीं रेमडेसिविर इंजेक्शन खरीदने लाइन है
गुजरात में पिछले एक पखवाड़े में कोरोना वायरस के मामलों की बढ़ती संख्या के कारण स्थिति गंभीर हो रही है। कोरोना वायरस का डर अब लोगों को सता रहा है। अहमदाबाद और सूरत में स्थिति बहुत खराब है। मौजूदा मामलों में ऑक्सीजन की जरूरत वाले मरीजों की संख्या अधिक होने के कारण ऐसे मरीजों को आईसीयू में भर्ती किया गया है।
ऐसे मरीजों को प्रारंभिक चरण में कुछ राहत प्रदान करने के लिए रेमेडिसिवीर इंजेक्शन दिए जाते हैं। परिणामस्वरूप अहमदाबाद के थलतेज इलाके के ज़ाइडस अस्पताल के फ़ार्मेसी विभाग में 100 से अधिक लोग रेमेडिसिवीर इंजेक्शन खरीदने कतार में लगे थे। जिस मरीज ने इस इंजेक्शन को लेने के लिए पॉजिटिव बताया। रिपोर्ट और आधार कार्ड मैच होने पर ही इंजेक्शन दिया जाता है। ये इंजेक्शन डिस्ट्रीब्यूटर से 899 रुपये से लेकर 5400 रुपये तक अलग-अलग कीमतों पर बाजार में उपलब्ध हैं। लोग कतार लगा रहे हैं क्योंकि जायडस केडिला कंपनी 899 रुपये में इंजेक्शन बेचता है। हालाँकि राज्य सरकार के पास इन इंजेक्शनों का पर्याप्त स्टॉक है। लेकिन लोगों को डर है कि इन इंजेक्शनों की कमी होगी। कुछ लोगों ने निजी अस्पताल से इन इंजेक्शनों का स्टॉक प्राप्त नहीं होने पर कतार लगाई।
गुजरात कोविड टास्कफोर्स डॉ.अतुल पटेल ने कहा कि कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति के इलाज के लिए रेमेडेसिवीर इंजेक्शन यह कोई लाइफ सेविंग दवा नहीं, यह इंजेक्शन मरीज को केवल हॉस्पिलाइजेशन का समय पांच दिन तक घटा सकता है। यह इसका मुख्य लाभ है। इस इंजेक्शन से थोड़ा साइड इफेक्ट भी होता हैं। इसलिए डॉक्टरों की सलाह अनिवार्य है। मरीजों को खर्च भी अधिक आता है। इसका उपयोग सामान्य लक्षणों वाले रोगियों के मामले में किया जा सकता है। लेकिन यह उचित नहीं है। फूड एन्ड ड्रग कमिश्रर डॉ.एच.जी. कोशिया ने बताया कि इंजेक्शन का उत्पादन राज्य की कंपनी जायडस करती है। प्रतिदिन 30,000 इंजेक्शन का उत्पादन किया जाता है। कोरोना के खिलाफ उपचार के लिए प्रति मरीज छह टीके की आवश्यकता होती है। कंपनी पर्याप्त उत्पादन करती है।