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द रेडियंट इंटरनेशनल स्कूल” उगत स्कूल में क्रिसमस सेलिब्रेशन
सूरत। क्रिसमस का त्यौहार छोटे बच्चों को सबसे ज्यादा पसंद होता है। इसका कारण यह है कि सांता क्लॉज़ का मतलब है कि हमारे परिवार जो हमारा भला चाहते हैं, वे बच्चों के लिए नए उपहार लाते हैं और उन्हें सांता जैसा महसूस कराते हैं। ऐसी भावना द रेडियंट इंटरनेशनल स्कूल” अडाजण सीबीएसई और जीएसईबी के गुजराती और अंग्रेजी माध्यम के प्री-प्राइमरी सेक्शन के बच्चों को हो इसलिए 23 को स्कूल परिसर में ही एक क्रिसमस उत्सव का आयोजन किया गया था।
जिसमें स्कूल के बच्चों और उनके शिक्षक मित्रों ने स्कूल में नाइट आउट का आयोजन किया। इस प्लानिंग में छोटे बच्चों के लिए स्कूल परिसर में टॉय ट्रेन (टॉय ट्रेन), कार्टून कैरेक्टर, जंपिंग, डीजे पार्टी, रैंपवर्क, सेल्फी जोन, टेंट बनाया गया है। हाउस, फायर कैंप, प्रोफोमिंग, स्काई गेजिंग, पटाखा शो, मूवी शो जैसी लाइव गतिविधियां आयोजित की गईं।
इन सभी गतिविधियों के बाद, ये छोटे बच्चे अपने दोस्तों और शिक्षकों के साथ स्कूल में सो गए, वही जगह थी जहाँ ये सभी छात्र नियमित स्कूल में अपनी पढ़ाई कर रहे थे। और अगले दिन यानी 24/12/2023 की सुबह यह छात्र अपने सपने की मीठी नींद का आनंद लेकर अपना उपहार लेकर घर लौट आये। लेकिन हकीकत तो ये थी कि इन बच्चे को घर नहीं जाना था क्योंकि इन्हें स्कूल के सांता यानी अपने टीचर्स के साथ रहना था।
इस गतिविधि के पीछे मुख्य उद्देश्य यह है कि आज के आधुनिक और मोबाइल तकनीक के युग में बच्चे बाहरी दुनिया को भूल चुके हैं और उनका बचपन विभिन्न समस्याओं से घिरा हुआ है। इसलिए स्कूल के प्रबंध निदेशक किशनभाई मांगुकिया, स्कूल के प्री-प्राइमरी विभाग की मेंटर देविना दवावाला और उनकी टीम के सदस्य संगीता चावला, ध्रुति माधवानी, किम्मी मेहता इन बच्चों को उनकी हंसी (मुस्कान), उनकी कल्पनाशीलता , उनके सपनों को एक उपहार के रूप में और छोटे बच्चों को आत्मविश्वास, टीम निर्माण, विचारशीलता के साथ-साथ अच्छी चीजें सीखने के लिए क्रिसमस मनाया गया।
स्कूल प्रबंधन का यह अनोखा प्रयोग इस हद तक सफल रहा कि स्कूल छोड़ने वाले बच्चों के माता-पिता अपने बच्चों में आए बदलाव को देखकर गर्व से अभिभूत हो गए। तथा इन सभी गतिविधियों के लिए विद्यालय परिवार एवं विद्यालय प्रबंधन को धन्यवाद दिया।