सूरत : हीरा उद्योग में मंदी से 62 हीरा श्रमिकों ने गंवाई जान, हेल्पलाइन नंबर की घोषणा
डायमंड वर्कर्स यूनियन गुजरात की ओर से अभियान शुरू किया गया
सूरत का हीरा उद्योग पिछले कई दिनों से मंदी के दौर से गुजर रहा है। जिसका सीधा असर हीरा श्रमिकों के उपजीविका पर पड़ रहा है। बात करें तो 16 महीने में 62 से ज्यादा हीरा श्रमिकों ने आत्महत्या की है। हीरा उद्योग में हीरा श्रमिकों के आत्महत्याओं का सिलसिला रोकने के लिए अभियान शुरू किया गया है। जिसमें 9239500009 हेल्पलाइन नंबर की भी घोषणा की गई है।
डायमंड वर्कर्स यूनियन गुजरात ने चलाया अभियान
डायमंड सिटी के नाम से मशहूर सूरत सिटी में हीरा श्रमिकों आत्महत्या करने से रोकने के लिए डायमंड वर्कर्स यूनियन गुजरात की ओर से अभियान शुरू किया गया है। साथ ही सामाजिक और सेवा संगठनों से अन्य लोगों को आत्महत्या करने से रोकने के लिए आगे आने की अपील की है। सूरत में आत्महत्या की घटनाएँ लगातार बढ़ रही हैं, हर किसी को जीवन का अधिकार है और उस अधिकार की रक्षा करना एक नैतिक जिम्मेदारी है।
सरकार से पैकेज की घोषणा की मांग
भावेश टांक ने कहा कि पिछले 15 से 16 महीने में हीरा उद्योग में लगभग 62 हीरा श्रमिकों ने आत्महत्या की है। सरकार का ध्यान खींचने की कई कोशिशें की गईं। हीरा श्रमिकों को वित्तीय सहायता प्रदान करने की मांग की गई है। निर्दोष हीरा श्रमिक अपनी जान गंवा रहे हैं।’ अगर अभी हीरा श्रमिकों की समस्या का समाधान नहीं हुआ तो स्थिति काफी भयावह होने की संभावना है।