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संयुक्त निदेशक, कॉलेज शिक्षा राजस्थान के पद पर राजस्थान प्रशासनिक सेवा के अधिकारी की नियुक्ति पर एबीआरएसएम का विरोध

उदयपुर ( कांतिलाल मांडोत )। एबीआरएसएम (उच्च शिक्षा, राजस्थान) के महामंत्री डॉ सुशील बिस्सु ने बताया कि दिनांक 11 फरवरी, 2023 को कार्मिक विभाग द्वारा प्रसारित राजस्थान प्रशासनिक सेवा अधिकारियों के स्थानांतरण आदेश (क्रम संख्या 20) के द्वारा राजस्थान प्रशासनिक सेवा के अधिकारी को कॉलेज शिक्षा विभाग मे संयुक्त निदेशक पद पर लगाया गया है जिससे समूचा कॉलेज शिक्षक समुदाय अत्यधिक उद्वेलित है तथा संगठन की राज्यभर की इकाइयों द्वारा आज ज़िलाधीश अथवा स्थानीय प्रशासन के माध्यम से मुख्यमंत्री को राज्य की उच्च शिक्षा में नौकरशाही के अनावश्यक और अवैधानिक हस्तक्षेप रोकने के लिये सकारात्मक व्यवस्था करते हुए कॉलेज शिक्षा विभाग (राजस्थान) में संयुक्त निदेशक के पद पर की गई राजस्थान प्रशासनिक सेवा के अधिकारी की नियुक्ति आदेश प्रत्याहारित करने का ज्ञापन दिया है।

डॉ बिस्सु ने बताया कि इस आदेश पर अपना रोष व्यक्त करने के लिए 14 फरवरी 2023 को राज्य भर के महाविद्यालय शिक्षकों ने अपने संस्थानों में काली पट्टी बांधकर कार्य किया। साथ ही, संयुक्त निदेशक पद से राजस्थान प्रशासनिक सेवा अधिकारी को हटाने की मांग की पट्टिका हाथ मे लेकर शिक्षण संस्था के द्वार पर शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन भी किया था। उल्लेखनीय है कि कॉलेज शिक्षा विभाग की स्थापना के समय से ही संयुक्त निदेशक के पद, जो कि महाविद्यालय प्राचार्य के पद के समकक्ष है, पर महाविद्यालय सेवा के वरिष्ठ प्राचार्य को ही लगाया जाता रहा है। ऐसा पहली बार हुआ है जब इस पद पर राजस्थान प्रशासनिक सेवा के अधिकारी को लगाया गया है ।

संगठन के प्रदेशाध्यक्ष डॉ दीपक शर्मा ने कहा कि सरकार ने अपने जन घोषणा पत्र मे प्रदेश के महाविद्यालयों एवं विश्वविद्यालयों की अकादमिक स्वतन्त्रता और स्वायत्तता को सुनिश्चित किये जाने की घोषणा की थी, यह नियुक्ति उसके पूर्णतः विपरीत है।

इस क्रम में राजकीय महाविद्यालय, गोगुंदा इकाई के इकाई सचिव डा सबा अगवानी तथा संकाय सदस्य सरोज कुमार, डॉ शंकर लाल, आशु राम ने आज तहसीलदार महोदय को इस आशय का ज्ञापन दिया।

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