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AM/NS इंडिया द्वारा गुजरात में 60,000 करोड़ रुपये की विस्तरण परियोजना की शुरूआत

भारत के  प्रधानमंत्री  नरेंद्र मोदी ने हजीरा में शिलान्यास समारोह को संबोधित किया

हजीरा29 अक्टूबर 2022: AM/NS इंडिया ने गुजरात में हजीरा संयंत्र के विस्तरण के लिए 60,000 करोड़ रुपये के निवेश कार्यक्रम के अंतर्गत आज एक शिलान्यास समारोह आयोजित किया। इस विस्तरण के कार्यान्वित होने पर यहां उत्पादन क्षमता 9 मिलियन टन प्रति वर्ष (MTPA) से बढ़कर 15 MTPA तक पहुंच  जाएगी। AM/NS इंडियादुनिया के दो प्रमुख इस्पात उत्पादक आर्सेलरमित्तल निप्पॉन स्टील इंडिया और निप्पॉन स्टील का संयुक्त उद्यम है।

भारत के  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी;  गुजरात के  मुख्यमंत्री  भूपेंद्र पटेल;   केंद्रीय इस्पात मंत्री  ज्योतिरादित्य सिंधिया;  जापान के अर्थव्यवस्थाव्यापार और उद्योग मंत्री यासुतोशी निशिमुरा;  भारत में जापान के अंतरिम चार्ज डीएफ़ेयर्स  कुनिहिको कावाजू;  संसद सदस्य  सी.आर. पाटिल;  दर्शना जरदोश, मिनिस्टर ऑफ स्टेट फॉर टेक्सटाइल्स और रेल्वेस, भारत सरकार, आर्सेलरमित्तल के कार्यकारी अध्यक्ष  लक्ष्मी मित्तलनिप्पॉन स्टील कॉर्पोरेशन के अध्यक्ष और प्रतिनिधि निदेशक  ईजी हाशिमोतो;  निप्पॉन स्टील कॉर्पोरेशन के कार्यकारी उपाध्यक्ष और प्रतिनिधि निदेशक  ताकाहिरो मोरी;  आर्सेलरमित्तल निप्पॉन स्टील इंडिया के अध्यक्ष और आर्सेलरमित्तल के CEO आदित्य मित्तलऔर आर्सेलरमित्तल निप्पॉन स्टील इंडिया के CEO श्री दिलीप ओम्मेन ने उपस्थिति दर्ज करवाके इस समारोह की शोभा बढाई थी।

AM/NS  इंडिया की स्थापना के लगभग तीन वर्ष बाद हजीरा परियोजना आई हैजिसमें अपस्ट्रीम और डाउनस्ट्रीम इस्पात उत्पादन विस्तरण शामिल होगा। इससे 60,000 से अधिक रोजगार के अवसर सृजित होंगे और यह अनेक लाभदायी पहलों के साथ नज़दीकी समुदायों को अधिक मजबूत बनाएगा।          


वर्ष 2019 के बाद, AM/NS India  ने अपनी मूल कंपनियों की वैश्विक सर्वश्रेष्ठ प्रथाओं को लागू करके एवं प्रौद्योगिकी और R&D में निवेश करके हजीरा संयंत्र में उत्तम प्रदर्शन करने के साथ ही अवरोध को दूर करने में मजबूत प्रगति की है। यह कंपनी अब एक आत्मनिर्भरमुक्त नकदी प्रवाह उत्पन्न करने वाला व्यवसाय है और अपने कर्मचारियोंसमुदायों एवं भारतीय इस्पात उद्योग को लंबी अवधि के मूल्य प्रदान करने के लिए तेजी से बढ़ते बाजार में बेहतर स्थिति में है।

इस विस्तरण कार्यक्रम के भागरूप, AM/NS इंडिया भारत की इस्पात निर्माण विशेषज्ञता और क्षमताओं को मजबूत करने में योगदान देना जारी रखेगा। जिससे रक्षाऑटोमोटिव और इंफ्रास्ट्रक्चर आदि क्षेत्रों में उपयोग के लिए स्टील्स के आयात पर भारत की निर्भरता को कम करने के लिए मूल्य वर्धित स्टील्स का उत्पादन करने के लिए डाउनस्ट्रीम सुविधाओं का विकास शामिल है।           

पने स्टील्स की गुणवत्ता और विविधता में सुधार एवं वाल्यूम(मात्रा) में वृद्धि के अलावा, AM/NS इंडिया अपनी ऊर्जा आपूर्ति श्रृंखला में नवीकरणीय ऊर्जा को एकीकृत करने और विभन्न पहलों के माध्यम से इस्पात उद्योग के डीकार्बोनाइजेशन का नेतृत्व करने के प्रयासों पर भी ध्यान केंद्रित कर रहा है।     

वर्चुअल तरीके से समारोह को संबोधित करते हुए भारत के  प्रधानमंत्री  नरेंद्र मोदी ने कहा किहजीरा संयंत्र के विस्तरण के लिए AM/NS इंडिया को मेरी शुभकामनाएं। 60,000 करोड़ रुपये के निवेश के साथ आकार ले रही इस परियोजना से भविष्य में अनेक नई संभावनाओं के द्वार खुलेंगे। यह परियोजना महत्वपूर्ण और रणनीतिक अनुप्रयोगों में देश की आयात निर्भरता को कम करने में अद्वितीय भूमिका निभाएगी। साथ ही यह उच्च ग्रेड के स्टील के निर्माण को प्रेरित करने के अलावा गुजरात सहित पूरे भारत में रोजगार के नए अवसर पैदा करेगी। इस परियोजना के लिए कंपनी की नवीनतम तकनीक एक सीमाचिह्न साबित होगी और “मेक इन इंडिया” और “आत्मनिर्भर” भारत पहल को गति प्रदान करेगी। सर्कुलर अर्थव्यवस्था में योगदान करने के लिए हरित प्रौद्योगिकी को अत्यधिक महत्व देने के लिए मैं AM/NS इंडिया को बधाई देता हूं। 

गुजरात के मुख्यमंत्री  भूपेंद्र पटेल ने कहा किगुजरात निवेश के लिए पसंदीदा गंतव्य बना हुआ हैइससे हम गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। आर्सेलरमित्तल निप्पॉन स्टील इंडिया की महत्वाकांक्षी विस्तरण परियोजना राज्य में नए साल की एकदम सही शुरुआत है। गुजरात व्यापार के सरलीकरण को और भी बेहतर बनाने में अग्रणी रहा है। यह महत्वाकांक्षी विस्तरण परियोजना राज्य में रोजगार का सृजन करेगी और आर्थिक गतिविधियों को बढावा देगी। इसके अलावा यह स्थिरव्यापार के अनुकूल नीतियों और बेजोड़ बुनियादी ढांचे के साथ एक प्रमुख वैश्विक विनिर्माण केंद्र के रूप में गुजरात की स्थिति को भी मजबूत करेगी। मैं AM/NS इंडिया को अपनी शुभकामनाएं देता हूं।”

 केंद्रीय इस्पात मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि,  “भारत के 300 मिलियन टन इस्पात निर्माण क्षमता प्राप्त करने के पथ के लिए बड़े पैमाने पर परियोजनाओं के निष्पादन में महत्वपूर्ण पूंजीआधुनिक उत्पादन प्रौद्योगिकियों और गहन अनुभव की आवश्यकता होगी। मुझे विश्वास है कि यह सहयोग तीनों को एक साथ लाने में मदद करेगा। AM/NS इंडिया को मेरी शुभकामनाएं। हजीरा संयंत्र को भारतीय इस्पात उद्योग की उन्नति में काफी प्रगति करते हुए देखने के लिए उत्सुक हूं।”  

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