हीरे और अंदर कई रंग के हीरे जड़े हुए हैं। सूरत शहर दिल्ली से सीधे जुड़ा हुआ है, ज्वैलरी की खासियत यह है कि इसे पूरी तरह नए संसद भवन की डिजाइन के हिसाब से तैयार किया गया है। आभूषण उद्योग से जुड़े व्यापारी वर्तमान में इस डिजाइन के आभूषणों का उत्पादन कर रहे हैं।
इतना ही नहीं, ज्वेलर्स ने लॉकेट को खासतौर पर 3डी प्रिंट कराया है, जिसके अंदर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर और उस पर दंत कथा लिखी हुई है। लटकन हीरे से जड़ी है और 2.5 इंच माप है। आभूषण उद्योग से जुड़े व्यापारियों ने कहा कि सूरत के सभी आभूषण निर्माता लोकतंत्र के मंदिर की थीम पर आभूषण बनाते हैं। ज्यादातर ज्वेलरी 18 कैरेट से 14 कैरेट सोने में बनती हैं।
उन्होंने कहा कि दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र भारत में है और जब लोकतंत्र का मंदिर बनकर तैयार हो जाएगा तो इसे एक आभूषण के जरिए लोगों के सामने पेश किया जाएगा। लोकतंत्र के मंदिर के तमाम गहनों में कई तरह के हीरों का इस्तेमाल होता है, लेकिन आमतौर पर तिकोने रंग का ही ज्यादा इस्तेमाल होता है। अशोक को स्तंभों, पंडालों और अन्य आभूषणों में भी रखा जाता है। यह आभूषण हमारे द्वारा विशेष रूप से भारत के लोगों के लिए डिज़ाइन किया गया है। जब हिपहॉप ज्वेलरी की बात आती है, तो यह 100 ग्राम से अधिक वजन के ज्वेलरी होते हैं। इस ज्वैलरी को 2 ग्राम से लेकर 200 ग्राम तक डिजाइन किया गया है।
यह डिजाइन भारतीय परंपरा को दर्शाता है
आभूषण उद्योग से जुड़े व्यापारियों ने कहा कि हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नए संसद भवन का उद्घाटन किया था, इसलिए हमने सोचा कि नए संसद भवन के डिजाइन को भी आभूषणों में शामिल किया जाए। यह डिजाइन भारतीय परंपरा को दर्शाता है। हम इसे घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजार में प्रदर्शित करने जा रहे हैं। इसकी मांग भी बढ़ रही है।
यह ‘मेक इन इंडिया’ की अवधारणा को वैश्विक स्तर पर ले जाएगा
उन्होंने कहा कि ऐसे में हमने यह खास डिजाइन इसलिए रखा है ताकि हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मेक इन इंडिया के कॉन्सेप्ट को वैश्विक स्तर पर पेश कर सकें। इस खास ज्वैलरी को नए संसद भवन के इंफ्रास्ट्रक्चर और डिजाइन के बारे में लोगों को जानकारी देने के लिए डिजाइन किया गया है। इसके साथ ही नरेंद्र मोदी के पेंडेंट भी काफी डिमांड में हैं, जिनमें वर्ल्ड लेजेंडरी पेंडेंट बनाए गए हैं।