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हिन्दी थोपी नहीं, रोपी जा रही है : भगतसिंह कोश्यारी

आशीर्वाद का 30 वां राजभाषा पुरस्कार समारोह संपन्न

मुंबई। आशीर्वाद का 30 वाँ राजभाषा पुरस्कार महाराष्ट्र के राज्यपाल महामहिम श्री भगतसिंह कोश्यारी जी के हाथों प्रदान किया गया। पुरस्कार प्रदान करने पर कोश्यारी जी ने कहा केवल हिंदी नहीं सर्व भारतीय भाषा राष्ट्रीय भाषा हैं। सभी भाषाओं का प्रचार प्रसार एवं सम्मान होना चाहिए । सभी भाषा भारत माता की बेटी हैं। हिन्दी तो धरती में रोपित होकर उगती है और चहुओर फैलकर सभी भाषाओं को अपना लेती है। यदि सभी भाषाओं का सम्मान किया जाता है, तो यह हिंदी भाषा का सम्मान होगा।

इस अवसर पर साहित्यकार एवं समाजसेवी श्रीमती मंजू लोढ़ा ने हिंदी की कविता पढ़कर श्रोताओं को भावविभोर किया –“मेरी मातृभाषा है हिंदी, पुष्प की अभिलाषा है हिंदी, भारत के सभी प्रांतों को एक धागे में पिरोती है हिंदी ”।

आशीर्वाद के पुरस्कार राज्यपाल कोश्यारी जी के हाथों राजभवन में प्रदान किया गया जिसमें मध्य रेलवे के महाप्रबंधक अनिल कुमार लाहोटी, भारतीय कपास निगम के प्रदीप अग्रवाल डॉ प्रदीप अग्रवाल, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक भारतीय कपास निगम,  संजय दीक्षित कार्यकारी निदेशक, भारतीय जीवन बीमा निगम,  ए. के. श्रीवास्तव प्रधान मुख्य सिग्नल एवं दूरसंचार इंजी, मध्य रेल को आशीर्वाद राजभाषा रत्न प्रदत्त किया गयी।

मध्य रेल, भारतीय स्टेट बैंक, यूनियन बैंक, सेंट्रल बैंक, बैंक ऑफ महाराष्ट्र, राष्ट्रीय औद्योगिक इंजीनियरिंग संस्थान, नौसेना, न्यूक्लियर पावर कॉरपोरेशन, भारत पैट्रोलियमएवं राष्ट्रीय केमिकल्स एण्ड फर्टिलाईजर्स को भारत सरकार के उत्कृष्ट कार्यालय श्रेणी में पुरस्कार दिए गए।

आशीर्वाद के महासचिव रहे स्वर्गीय डॉ अनंत श्रीमाली की स्मृति में श्रेष्ठ मूल साहित्यिक कृति पुरस्कार अंतिम स्थिति का प्रदेश पुरस्तक को दिया गया जिसकी लेखिका हैं डॉ सुलभा कोरे। कार्यालयों की गृह पत्रिका में केन्द्रीय कपास प्रौद्योगिकी अनुसंधान संस्थान की अंबर, यूनियन बैंक की यूनियन सृजन, आई.डी.बी.आई बैंक की विकास प्रभा, पश्चिम रेलवे की रेल दर्पण, माझगांव डॉक शिपबिल्डर्स की जलतरंग , भारतीय स्टेट बैंक की प्रयास और दि न्यू इंडिया एश्योरेंस की प्रेरणा को भी पुरस्कार दिया गया।

गृहपत्रिका ज्यूरी के नाते डॉ वागीश सारस्वत को सम्मानित किया गया। राजभाषा गौरव सम्मान भारतीय स्टेट बैंक के महाप्रबंधक दिनेश परुथी, पार्श्व गायिका कविता सेठ व सुप्रसिद्ध वॉइस आर्टिस्ट अंकुर जवेरी को दिया गया।

कार्यक्रम में आशीर्वाद के निदेशक डॉ उमाकांत बाजपेई, बृजमोहन अग्रवाल, सुधा सिंह, डॉ एन के व्यास, डॉ बनवाली चतुर्वेदी, डॉ जे पी बघेल उपस्थित थे । अरविंद राही ने बड़ी कुशलता से सूत्र संचालन किया। नीता वाजपेई ने सभी का स्वागत किया और राजेश विक्रांत ने धन्यवाद ज्ञापन दिया।

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