महाराष्ट्र ग्रामीण बैंक की पहल : चेतना साइकिल रैली का शुभारंभ
औरंगाबाद। 20 जुलाई से 31 जुलाई 2022 तक मराठवाड़ा के 30 गांवों और सभी जिलों से “वित्तीय समावेशन और वित्तीय साक्षरता अभियान” 550 किलोमीटर साइकिल रैली बैंक की 13वीं वर्षगांठ और स्वतंत्र अमृत महोत्सव के अवसर पर आयोजन कर रहे हैं। यह अभियान महाराष्ट्र ग्रामीण बैंक और नाबार्ड द्वारा आयोजित किया गया है। यह चेतना साइकिल रैली आज औरंगाबाद में बैंक के प्रधान कार्यालय से शुरू हुई है जिसमें मराठवाड़ा में वित्तीय साक्षरता और वित्तीय समावेशन, सामाजिक सुरक्षा योजना का प्रचार-प्रसार, शत-प्रतिशत फसल ऋण नवीनीकरण-वितरण, महाग्रामीण बलीराजा तारनहार योजना आदि विषयों पर चर्चा की गई है।
चेतना साइकिल रैली का शुभारंभ 20 जुलाई को सुबह 6.30 बजे बैंक के औरंगाबाद स्थित प्रधान कार्यालय से नाबार्ड के महाप्रबंधक एमजे श्रीनिवासुलु और औरंगाबाद के कलेक्टर सुनील चव्हाण के हाथों किया है। साथ ही इस अवसर पर गणमान्य व्यक्तियों द्वारा 5 नए वाहन क्षेत्रीय प्रबंधकों को बैंक की सुविधा में तेजी लाने के लिए सौंपे गए। साइकिल रैली औरंगाबाद, जालना, बीड, परभणी, नांदेड़, लातूर जिलों से गुजरेगी और 31 जुलाई को उस्मानाबाद जिले में उमरगा में समाप्त होगी। यह रैली बैंक की 31 शाखाओं से होगी और 100 गांवों में सभा होगी।
महाराष्ट्र ग्रामीण बैंक ने इस खरीफ सीजन में अब तक किसान क्रेडिट कार्ड योजना के तहत 208282 किसानों को 1756 करोड़ रुपये के फसल ऋण वितरित किए हैं। यह पिछले साल की तुलना में दोगुना है। बैंक की वर्षगांठ के अवसर पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं और प्रधान कार्यालय, औरंगाबाद में रक्तदान शिविर का आयोजन किया जाएगा।
अतिदेय फसल ऋण रियायतों को चुकाने और नए फसल ऋणों को चुकाने के लिए बैंक के माध्यम से एक अभिनव “महाग्रामीण बलीराजा तारणहार योजना” लागू की जा रही है। किसानों का लाभ प्राप्त करने के लिए भारत सरकार द्वारा लागू की जा रही विभिन्न सामाजिक सुरक्षा योजनाओं का लाभ ग्रामीण क्षेत्रों के लाभार्थियों तक पहुंचना चाहिए। इस साइकिल रैली में बैंक के अध्यक्ष, मुख्य महाप्रबंधक, सर प्रबंधक, मुख्य प्रबंधक, अंचल प्रबंधक ने भाग लिया।
इस गतिविधि में वित्तीय समावेशन एवं वित्तीय साक्षरता मेला आयोजित किया जायेगा। इस मेले में बैंक के अध्यक्ष मिलिंद घारड ने अधिकांश ग्रामीण और शहरी नागरिकों से भाग लेने की अपील की। जिला विकास अधिकारी नाबार्ड आदि गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।