मोबाइल गेम के प्रभाव को रोकने छात्रों और अभिभावकों के लिए राइफल शूटिंग केंद्र शुरू किया
कोचिंग स्कूल में राष्ट्रीय खिलाड़ी तृप्ति चेवली और भारतीय राइफल कोच द्वारा प्रदान की जाएगी
सूरत। एयर राइफल शूटिंग गुजरात में लोकप्रिय हो रही है और गुज्जू खिलाड़ी अपना कौशल दिखा रहे हैं। यह खेल आज की युवा पीढ़ी के लिए आकर्षण का केंद्र बन गया है लेकिन कोई एयर राइफल शूटर कैसे बन सकता है? जानकारी की यही कमी युवा पीढ़ी को प्रतिभाशाली होने के बावजूद सफलता से दूर धकेल देती है। इसलिए “द रेडियंट इंटरनेशनल स्कूल” ने स्कूल के छात्रों और अभिभावकों के लिए स्कूल में राइफल शूटिंग प्रशिक्षण केंद्र शुरू किया है।
इस सेंटर को शुरू करने के लिए स्कूल के प्रबंध निदेशक किशनभाई मांगुकिया ने कहा कि आजकल बच्चों में मोबाइल गेम का क्रेज बढ़ रहा है। इसलिए बच्चे अपने अंदर धैर्य और समय सूचकता जैसे गुण खो चुके हैं।इसके अलावा किसी भी खेल में महारत हासिल करने के लिए प्रशिक्षण और मार्गदर्शन की आवश्यकता होती है। जो लोग इस खेल में अपना करियर बनाना चाहते हैं वे राइफल शूटर क्लब में शामिल होकर आगे बढ़ सकते हैं।
द रेडियंट इंटरनेशनल स्कूल के विद्यार्थियों और अभिभावकों को प्रशिक्षकों द्वारा दिए गए प्रशिक्षण से सटीक निशाना और लक्ष्य के प्रति एकाग्रता जैसी ट्रेनिंग मिलेगी।
स्कूल स्तर पर इलेक्ट्रिक पुली से सुसज्जित राइफल शूटिंग के साथ-साथ विशेषज्ञ प्रशिक्षकों के साथ बेसिक स्तर से लेकर उन्नत स्तर तक की कोचिंग स्कूल में राष्ट्रीय खिलाड़ी तृप्ति चेवली और भारतीय राइफल कोच द्वारा प्रदान की जाएगी।
स्कूल के उपाध्यक्ष जिग्नेशभाई मांगूकिया ने कहा कि विद्यार्थियों में साहस, नियमितता, त्वरित निर्णय लेने जैसे गुणों का विकास करना इस नये प्रयोग की प्राथमिकता है। इसलिए इस ट्रेनिंग सेंटर में 10 से ज्यादा एयर राइफल और एयर पिस्टल को शामिल किया गया है।