सूरत

अब बगैर लेन देन चुकाए और NOC लिए आढतिया एजेंट बदलना असंभव

सूरत। वर्तमान में व्यापार जिन कठिन समस्या के दौर से गुजर रहा है। व्यापार की समस्या को कम करने के लिए कपड़ा आढ़तिया एसोसिएशन बैठक आयोजित की गयी। जिसमें की सूरत के सभी कपड़ा के मुख्य आढ़तिया, एजेंट व सप्लायर को बुलाया गया।

बैठक में लिया गया अहम निर्णय

बैठक में कई मुद्दों में व्यापार की सुरक्षा पर सबसे अधिक मतों से निर्णय किया गया कि कोई सप्लायर किसी व्यापारी को जिस आढतिया या एजेंट के माध्यम से व्यापार आरम्भ किया है, उन्ही आढतिया या एजेंट के माध्यम से भविष्य में व्यापार करने में विश्वास रखें।

जिस व्यापारी को किसी सप्लायर से जोड़ने का काम जो आढतिया या एजेंट करते हैं, उसी व्यापारी को किसी दूसरे एजेंट या आढतिया के हस्ते उधार या नगद व्यापार करने का काम नहीं हो।

इस व्यवहार से ही सप्लायर के रकम की सुरक्षा होगी। पार्सल वापस आने की समस्या पर नियंत्रण होगा। बाहर से आने वाले व्यापारी की खरीददारी भी संयमित होगी बाज़ार पर आर्थिक ओवरलोड घटेगा।लेन देन में सुधार होगा।

निर्णय यह भी किया गया कि किसी सप्लायर से कोई व्यापारी जिन एजेंट या आढतिया के संपर्क से व्यापार आरम्भ किया है , उसे आगे बदल कर किसी अन्य एजेंट या आढ़तिया के हस्ते व्यापार करना हो तो, जिनके माध्यम से वह व्यापारी पहले पहल उनसे व्यापार आरम्भ किया हो, उनसे NOC प्राप्त करनी होगी कि उनके मार्फत अब कोई पैसा बाकी नहीं हैं उनके मार्फ़त के लेन देन का पूरा भुगतान कर ही अन्य किसी एजेंट या आढतिया के हस्ते बिलिंग करें।

साथ ही किसी विशेष परिस्थिति में अगर दो एजेंट या आढतिया में ताल मेल हो तो एक व्यापारी को दो या अन्य एजेंट या आढतिया से बिलिंग करना लिखित आधार पर संभव हो सकेगा।

इस आशय की जानकारी के लिए सभी सप्लायर को संगठन के इस निर्णय की जानकारी के लिए पत्र भी दिया जायेगा।

यह भी निर्णय लिया गया कि व्यापार में स्वस्थ परंपरा के निर्वहन का दायित्व निभाना अनिवार्य है। इसके लिए सभी सप्लायर को आगे बढ़ कर संगठन के इस निर्णय के साथ चलने की अपील भी संस्था ने की है।

बैठक में  इनकी रही उपस्थिति

इस बैठक में अध्यक्ष प्रहलाद अग्रवाल , उपाध्यक्ष केदार अग्रवाल, महामंत्री महेश, कोषाध्यक्ष झबरमल गोयल और सुदर्शन अग्रवाल, घनश्याम बंसल, अजय अग्रवाल, छेदी लाल और सारंग जालान, राजीव ओमर, सुनील कालरा ,मनु भाई, पवन कोठारी आदि सप्लायर व आढ़तिया उपस्थिति थे।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button