सायरा पंचायत समिति के सेमड़ में भगवान आदेश्वरनाथ को ध्वजा चढ़ाई
उदयपुर (कांतिलाल मांडोत) उदयपुर जिले के गोगुन्दा उपखण्ड की सायरा पंचायत समिति के सेमड गांव स्थित जैन मंदिर के शिखर पर ध्वजा चढ़ाई गई। सेमड़ गांव में आदेश्वर भगवान के शिखर पर ध्वजा चढ़ाई गई।दिन भर धार्मिक कार्यक्रम का सिलसिला चलता है।जैन श्रावक श्राविकाओं ने बढ़चढ़ भाग लिया।कोरोनो संकमण के कारण प्रवासियों का आगमन तो हुआ,लेकिन हर वर्ष की तरह इस वर्ष में अधिक भक्तजन कार्यक्रम में नही पहुंच पाए।ध्वजा चढ़ाने के लिए नानालाल मेहता और समाजजन सुबह से ही मंदिर पहुँचना शुरू हो गए थे।
कोरोना महामारी को देखते हुए विशेषतौर पर कुछ भी आयोजन नही किया।लेकिन मन मे ही गुनगुनाते हुए संगीतमय धार्मिक क्रियाएं प्रारम्भ करवाई।सुबह जलाभिषेक ,शांतिधारा के बाद भगवान आदेश्वर की विधान मंडल की स्थापना की गई।मंदिर में गाइडलाइंस के अनुसार कार्यक्रम किया गया।ध्वजा चढ़ाई के विशेष कार्यक्रम में सेमड निवासी और सूरत,मुम्बई प्रवासियों ने भाग लिया।महिलाएं और पुरुषों ने भाग लिया।पुरुष सफेद परिधान पहने हुए थे।जैन मंदिर में ध्वजा चढ़ाने का महत्व है।जिन परिवार के घर से भगवान को ध्वजा चढ़ाई जाती है।जितने क्षणो तक ध्वजा की पताका वायु के वेग से फहराती है,ध्वजा चढ़ाने वाले मनुष्य की उतने ही पाप नष्ट होते है।इसलिए ध्वजा का बहुत बड़ा महत्व है।हर वर्ष ध्वजा के दिन प्रवासी किसी भी तरह ध्वजा चढ़ाने के लिए गांव अवश्य पहुंचते है।पाप नष्ट होने से पुण्य का पलड़ा भारी हो जाता है।ध्वज अर्पण करने से मनुष्य हर कार्य मे सफल होता है। ध्वजा कार्यक्रम में जैन समाज के पदाधिकारियों ने भाग लिया।महिला मंडल भी उपस्थित रही।ध्वजा चढ़ाने के बाद भोज का आयोजन किया गया। ध्वजा नानालाल मेहता की तरफ से चढ़ाई गई।मीडिया प्रभारी कांतिलाल सिसोदिया ने बताया कि ध्वजा कार्यक्रम में समाज के गणमान्य श्रावक श्राविकाएं मौजूद रहै।ध्वजा चढ़ाई कार्यक्रम के अवसर पर वच्छराज बाफना,टेकचंद मेहता,ललित सिसोदिया, नितिन सिसोदिया आदि उपस्थित रहे।