
75 घंटे लगातार होगा श्लोकों का पाठ, दिव्यांग कलाकार चित्र बनाकर विश्व रिकॉर्ड बनाएंगे
आज़ादी का अमृत महोत्सव अंतर्गत बनेंगे दो विश्व रिकॉर्ड
सूरत। छात्रों को श्रीमद् भागवत गीता का ज्ञान हो इसलिए गुजरात सरकार ने छात्रों को भारतीय संस्कृति का ज्ञान दिलाने के लिए पहल की थी। इस पहल को जन अभियान बनाते हुए वराछा स्थित अर्चना विद्या निकेतन ने राष्ट्र निर्माण हेतू जनभागीदारी से श्रीमद्भगवद्गीता पर 28 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक लगातार 75 घंटे तक श्रीमद्भगवद्गीता श्लोकों का पाठ कर विश्व कीर्तिमान स्थापित करने जा रहे है। इस विश्व रिकॉर्ड में अलग अलग समाज के लोग , धार्मिक संस्थाएं , कम्पनी आदि भी शामिल होंगे।
विश्व रिकॉर्ड का उद्देश्य विद्यार्थीयों में लीडरशिप के गुणों को विकसित करना तथा छात्रों को सर्वश्रेष्ठ नागरिक बनाकर समाज की समस्याएं जैसे आत्महत्याओं की बढ़ती संख्या, वृद्धाश्रमों की संख्या, बेटे-बेटियों का घर से भागना, मानसिक तनाव, लव जिहाद, माता-पिता की नकारात्मक प्रतिक्रिया आदि दूर करके देश को विश्व गुरु बनाना है।
31 अक्टूबर को सरदार वल्लभभाई पटेल के जन्मदिन के अवसर पर मनोजभाई भिंगारे अपने मुंह और पैरों से लगातार 15 घंटे तक भारतीय विरासत पर आधारित G20 , आजादी का अमृत महोत्सव तथा सरदार वल्लभभाई पटेल के जीवनी पर चित्र बनाकर विश्व रिकॉर्ड बनाएंगे। इस विश्व रिकार्ड में शहर राज्य के गणमान्य लोग उपस्थित रहेंगे।
यह विश्व रिकॉर्ड संकल्प एजुकेशन ट्रस्ट संचालित अर्चना विद्या निकेतन , डॉ श्रीनिवास मिटकुल , मनोज भिंगारे , अर्पण विद्या संकुल के नाम से दर्ज होगा। इस अभियान को अर्चना विद्या निकेतन के प्रमुख धीरूभाई परडवा, प्रिंसिपल डॉ रजिता तुम्मा , निर्देशक चंदूभाई भालिया , डॉ श्रीनिवास मिटकुल आदि के तत्वाधान मे यह अभियान चलाया जा रहा है। यूनिवर्सल अमेजिंग वर्ल्ड रिकॉर्ड के डायरेक्टर अश्विन सुदानी इस विश्व रिकॉर्ड में उपस्थित रहेंगे।