सूरत : छात्रों में यातायात जागरूकता पैदा करने के उद्देश्य से ‘ट्रैफिक ट्रेनिंग प्रोग्राम’ आयोजित
उधना के सुमन हाईस्कूल में लगभग 300 विद्यार्थियों को यातायात नियमों की विस्तृत जानकारी दी गई
द सर्दन गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री व्यापार और उद्योग के विकास के साथ-साथ सामाजिक जिम्मेदारियों को भी निभाती है। चैंबर की यातायात शिक्षा एवं जागरूकता समिति ने सोमवार को 17 अप्रैल 2003 को उधना में विजयानगर के पास सुमन हाई स्कूल नं. 6 में ‘यातायात प्रशिक्षण कार्यक्रम’ का आयोजन किया गया।
चैंबर की यातायात शिक्षा एवं जागरुकता समिति की अध्यक्ष कामिनी डुमसवाला व समिति सदस्य बृजेश वर्मा, मुकेश पटेल व दिलीप शाह ने सुमन हाई स्कूल में करीब 300 विद्यार्थियों को यातायात नियमों का प्रशिक्षण दिया। वाहन चलाते समय हेलमेट नहीं लगाने व कार में सीट बेल्ट नहीं लगाने के कारण दुर्घटना में वाहन चालक की जान गंवाने का उदाहरण देकर विद्यार्थियों को हेलमेट व सीट बेल्ट का महत्व समझाया गया।
समझाया गया कि वाहन चलाते समय मोबाइल फोन का प्रयोग नहीं करना चाहिए तथा सड़क आदि पर चलते समय सदैव दाहिनी ओर चलना चाहिए। खासकर ट्रैफिक सिग्नल पर हरे और लाल सिग्नल के बारे में सभी जानते हैं, लेकिन छात्रों को ऑरेंज सिग्नल के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।
कई बार ऐसा होता है कि वाहन की गति तेज होने के कारण अचानक रेड सिग्नल होने पर चालक वाहन को नियंत्रित नहीं कर पाता है और इससे दुर्घटना का खतरा रहता है, इसलिए रेड सिग्नल से पहले ऑरेंज सिग्नल दिया जाता है। जब नारंगी सिग्नल होता है, तो चालक को पता चलता है कि अब लाल सिग्नल होगा, इसलिए उसे वाहन को धीमा करना पड़ता है।
इसके अलावा विद्यार्थियों को सड़क सुरक्षा के विभिन्न नियमों और लाइसेंस के महत्व की जानकारी दी गई। सड़क दुर्घटनाओं को कैसे कम किया जा सकता है? उन्हें इस बारे में विस्तार से जानकारी भी दी गई। चेंबर की ओर से अनुरोध किया गया था कि यातायात प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान छात्रों को दी जाने वाली जानकारी से उनके माता-पिता, परिजनों और रिश्तेदारों को अवगत कराएं।