जौनपुर। खुटहन थाना अंतर्गत स्थित बड़सरा गांव निवासी व मर्चेंट नेवी में काम करने वाले युवक को अपना एनआरआई खाता ट्रान्सफर के लिए यश बैंक के कस्टमर केयर से बात करना भारी पड़ गया। आरोप है कि उसने टोलफ्री नंबर पर थोड़ी देर बात करने के बाद उसे रख निजी नंबर से काल कर झांसे में लेकर एक ऐप डाउनलोड करा दिया। जिसके बाद उसके खाते से छह लाख रुपए पार कर दिया गया। पीड़ित की तहरीर पर साइबर क्राइम पुलिस वाराणसी व खुटहन थाने में अज्ञात कस्टमर केयर के खिलाफ सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम व चारसौबीसी का केस दर्ज कर लिया है।
गांव निवासी विवेकानंद तिवारी का आरोप है कि वह मर्चेंट नेवी में काम करता है। उसका मुंबई के उल्लास नगर स्थित यश बैंक में एनआरआई खाता है। वह अस्वस्थ होने के चलते लगभग एक माह पूर्व गांव आया था। पखवाड़ा पूर्व वह अपना खाता जौनपुर में ट्रांसफर कराने के लिए बैंक द्वारा दिए गए टोलफ्री नंबर पर फोन किया। आरोप है कि कस्टमर केयर ने जानकारी लेने के बाद फोन रख दिया। थोड़ी देर बाद उसने निजी नंबर से फोन किया। उसने एक ऐप का लिंक भेज उसे डाउनलोड करने को कहा।
आरोप है कि डाउनलोड होने के कुछ देर बाद उसके खाते से छह लाख रुपए ट्रांसफर कर लिए गए। जिसका मोबाइल पर मैसेज देख उसने खाता संचालन रोकवा दिया। यह भी आरोप है कि घटना की सूचना थाने पर दी गई तो उसे बताया गया कि जिले के साइबर थाना में तहरीर दीजिए। वहां जाने पर मामला पांच लाख से ऊपर होने के चलते उसे साइबर क्राइम सेल वाराणसी भेज दिया गया। जहां पुलिस ने केस तो दर्ज कर लिया। घटना का एक और मुकदमा स्थानीय थाने में भी दर्ज कर लिया गया। पीड़ित पैसों की वापसी की उम्मीद लगाए बैठा है।