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गुजरात के विभिन्न सरकारी भवनों पर 48 मेगावाट का सोलर रूफटॉप सिस्टम लगाया जाएगा

राज्य सरकार द्वारा इस वर्ष सोलर रूफटॉप स्थापित करने हेतु 177 करोड़ रूपयों का प्रावधान

गुजरात ने भावी पीढ़ियों के लिए बेहतर भविष्य बनाने के लिए स्वच्छ वातावरण बनाना बहुत महत्वपूर्ण होने की बात को अच्छी तरह से समझा और आत्मसात किया है और राज्य ने सौर परियोजनाओं के बुनियादी ढांचे को मजबूती से लागू किया है। सूर्य की शक्ति को ऊर्जा के महत्वपूर्ण स्रोत के रूप में विकसित करके नागरिकों की ऊर्जा आवश्यकता, पर्यावरण संतुलन और आर्थिक विकास, ये तीन पहलू एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं और गुजरात विकास की रीढ़ है।

इंटरनेशनल सोलार एलायंस (आईएसए) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति द्वारा संयुक्त रूप से वर्ष 2015 में सीओपी21-पेरिस में लॉन्च किया गया था। यह अंतर्राष्ट्रीय सहयोग 121 देशों में सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए किया गया है। भारत में उजाला योजना, राष्ट्रीय सौर मिशन, स्वच्छ भारत अभियान और हरित विकास से संबंधित विभिन्न निर्णय पर्यावरण-अनुकूल विकास के प्रति भारत की प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करते हैं। भारत के इस साझा लक्ष्य को प्राप्त करने में मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल के नेतृत्व में गुजरात अग्रणी भूमिका निभा रहा है।

इसी दिशा में आगे बढ़ते हुए वर्ष 2024-25 में राज्य के विभिन्न सरकारी भवनों पर 48 मेगावाट क्षमता का सोलर रूफटॉप सिस्टम लगाया जायेगा, जिसके लिए क्लाइमेंट चेंज विभाग ने 177.4 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। गौरतलब है कि वर्ष 2030 तक भारत की 50 प्रतिशत बिजली आपूर्ति विभिन्न नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों से प्राप्त करने के लक्ष्य के साथ, पारंपरिक ईंधन के बोझ को कम करते हुए प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कई पहल की गई हैं।

 56.8 मेगावाट क्षमता की 3 हजार से अधिक सोलर रूफटॉप सिस्टम सक्रिय

गुजरात में 36 गीगावॉट से अधिक सौर ऊर्जा की क्षमता है। इसके उपयोग को अधिकतम करने के उद्देश्य से राज्य सरकार के क्लाइमेंट चेंज विभाग द्वारा राज्य सरकार के विभिन्न सरकारी विभागों के भवनों पर सोलर रूफटॉप लगाये जा रहे हैं। इस योजना के तहत मार्च 2024 तक राज्य के विभिन्न सरकारी विभागों के भवनों पर 56.8 मेगावाट क्षमता के 3023 सोलर रूफटॉप सिस्टम स्थापित किये जा चुके हैं।

 वर्ष 2024-25 में 48 मेगावाट क्षमता का सिस्टम स्थापित किया जायेगा

इस योजना को आगे बढ़ाने के लिए इस वर्ष राज्य के विभिन्न सरकारी भवनों पर 48 मेगावाट क्षमता का सोलर रूफटॉप सिस्टम स्थापित किया जाएगा। इसके लिए राज्य सरकार द्वारा 177.4 करोड़ रुपये की राशि उपलब्ध करायी गयी है।

गुजरात में नवीकरणीय ऊर्जा: 2023-24 में 24765.3 एमयू उत्पादन

गुजरात नवीकरणीय ऊर्जा, विशेषकर सौर और पवन ऊर्जा के क्षेत्र में अग्रणी राज्य बनकर उभरा है। सौर पार्कों के निर्माण और घरों की छतों पर सौर स्थापनाएं लाकर, राज्य की विशाल सौर क्षमता का दोहन किया गया है। चरणका सोलर पार्क जैसी परियोजनाओं की सफलता ने गुजरात को भारत में सौर ऊर्जा उत्पादन में सबसे आगे खड़ा कर दिया है। इसके अतिरिक्त, अपतटीय पवन फार्मों ने राज्य की नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। साल 2023-24 के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, गुजरात में कुल 24765.3 मिलियन यूनिट्स का उत्पादन हुआ है. इसमें 9637 एमयू सौर, 14201 एमयू पवन, 885.325 एमयू हाइड्रो, 69 छोटे हाइड्रो और 42 एमयू बायोमास और बगास है।

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