गुजरात में अब अभिभावक निजी स्कूलों के बजाय सरकारी स्कूलों को प्राधान्य दे रहे है। वर्ष 2024-25 में बालवाटिका से कक्षा-12 तक के कुल 2,29,747 छात्रों ने निजी स्कूलों में प्रवेश प्राप्त किया है। जिसमें अहमदाबाद महानगर पालिका में सबसे अधिक 37,786 छात्र निजी स्कूलों में नामांकित हैं; जबकि सूरत महानगर पालिका में कुल 22,892 छात्र, वडोदरा महानगर पालिका में 10,602 छात्र और राजकोट महानगर पालिका में 6,204 छात्र निजी स्कूलों में प्रवेश प्राप्त किया हैं।
बनासकांठा में सबसे ज्यादा 10,226 छात्र, कृपा में 8,267 छात्र, जूनागढ़ में कुल 8,242 छात्र, जूनागढ़ में 7,892 छात्र, आनंद में 7,269 छात्र, अहमदाबाद ग्रामीण में कुल 6,910 छात्र, राजकोट में कुल 6,81 छात्र, गांधीनगर में 6,811 छात्र, छात्रों में 5,952 छात्र, खेड़ा में 5,910 छात्र और सूरत में 5,777 छात्रों ने निजी स्कूलों से सरकारी स्कूल में दाखिला लिया है।
हर साल छात्र नामांकन में उत्तरोत्तर वृद्धि
गुजरात के सभी क्षेत्रों, नगर पालिकाओं और चार महानगर पालिकाओं से कुल 2,29,747 छात्र निजी स्कूलों में से प्रवेश प्राप्त किया हैं। सरकारी स्कूल आज भी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दे रहे हैं। राज्य शिक्षा क्षेत्र में हर साल छात्र नामांकन में उत्तरोत्तर वृद्धि हुई है।
शिक्षा के लिए 55,114 करोड़ रुपये का प्रावधान
गुजरात सरकार ने वर्ष 2023-24 के लिए पिछले बजट प्रावधान से 11,463 करोड़ रुपये की वृद्धि के साथ शिक्षा के लिए 55,114 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। शिक्षा में गुणवत्ता परिवर्तन की अधिकांश प्रभावशीलता और प्रभाव राज्य शिक्षा विभाग के माध्यम से आ रहा है।
स्मार्ट क्लास प्रणाली
आज छात्रों को प्रौद्योगिकी शिक्षा प्राप्त करने में सक्षम बनाने के लिए स्मार्ट क्लास प्रणाली मौजूद है। राज्य में स्वास्थ्य कंप्यूटर शिक्षा प्राप्त करने में सक्षम बनाने के लिए 16 हॉल स्कूल समूहों को 2 लाख 40 हजार समकक्ष कंप्यूटर प्रदान किए गए हैं। जबकि अधिक सार्वजनिक समूह समूह 70 व्यक्ति कंप्यूटर उपलब्ध कराने का कार्य करते हैं।