सूरत में पहली बार टेक्नोलोजी और अध्यात्म का अनूठा संगम
दर्शकों को लुभा रहा अत्याधुनिक टेक्नोलोजी से युक्त 'महाश्रमण दर्शन' म्यूजियम
सूरत, (गुजरात)। चमचमाती लाइट्स में दीवार पर लगी 180° डिग्री स्क्रीन, हाथ के इशारे से चलने वाला लाइव प्रोजेक्टर, केवल मेडिटेशन करने से मूवमेंट करने वाली तस्वीर, जैन AI, एक इशारे से हर समस्या का समाधान बताने वाला मंत्रा स्क्रीन, टच मोशन से देश के हर राज्य की जानकारी देने वाले पैनल कुछ ऐसी ही अनूठी टेक्नोलोजी से युक्त ‘महाश्रमण दर्शन’ म्यूजियम इन दिनों सूरत में देशभर से आने वाले लोगों को आश्चर्य चकित बना रहा है। अपनी तरह सूरत में यह पहला म्यूजियम है जहां दर्शक अत्याधुनिक तकनीक के माध्यम से अध्यात्म, इतिहास, जैन फिलासफी के बारे में रोचकता से जान रहे है।
अनूठी दास्तान 56000 किलोमीटर की
भगवान महावीर यूनिवर्सिटी, वेसू के चातुर्मास स्थल संयम विहार में युगप्रधान आचार्य श्री महाश्रमण जी के व्यक्तित्व एवं कर्तृत्व को समर्पित यह म्यूजियम दर्शकों को अनूठा अहसास कराता है। जहां आचार्यश्री के 56000 किलोमीटर की पदयात्रा का बारीकी से वर्णन है, तो वहीं नेपाल, भूटान सहित भारत के 23 राज्यों में की गई आपकी अहिंसा यात्रा की गाथा दर्शाई गई है।
हर उम्र वर्ग के आकर्षण का केंद्र वर्चुअल रूप
बच्चों से लेकर वय प्राप्त दर्शकों का यह आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। यहां इतिहास के साथ साथ ट्रेडमिल सेंसर, साइक्लिंग ट्रैकिंग, महाप्राण ध्वनि सेंसर, लर्न विथ फन जैसी एक्टिविटी दर्शकों को बार बार आने के लिए उत्साहित कर रहीं है। खासकर वर्चुअल रूम ‘ महाश्रमण संवाद ‘ जहां एक खाली रूम में स्क्रीन के समक्ष किए गए प्रश्न रिजल्ट वीडियो में आचार्य श्री महाश्रमण के सम्मुख बैठे हुए रूप में सामने आते है। लाइव टाइमिंग में होने वाला यह वर्चुअल इफेक्ट खास तौर से आकर्षण बना हुआ है।
चातुर्मास हेतु निर्मित, महासभा कर रही संचालन
आचार्य महाश्रमण प्रवास व्यवस्था समिति के सहयोग से जैन श्वेताम्बर तेतापंथी महासभा द्वारा इसका निर्माण किया गया है। अस्थाई तौर पर बहुत ही कम समय में निर्मित यह म्यूजियम हर किसी के लिए रोचकता से भरा हुआ है। स्कूली बच्चे, हर वर्ग समाज के हजारों दर्शक यहां पहुंच कर इसका लाभ उठा रहे है।