सूरत: मनपा का दोहरा मापदंड, छोटे कारखाने बंद-बड़े कारखाने शुरू
सूरत में कोरोना संक्रमण बढऩे से मनपा प्रशासन ने हीरा और कपड़ा उद्योग को दो दिन बंद रखने का आदेश दिया था। लेकिन मनपा प्रशासन के दोहरे मापदंड से उद्यमी खफा है। हीरा उद्योग में छोटे कारखाने बंद हो गए लेकिन बड़े कारखाने बंद नहीं हुए। आज नंदू डोशी की वाडी में कोविड कार्यवही के लिए गए स्टाफ का घेराव करके सवाल पूछकर उन्हें भगाया गया। नियमों को लागू करने में दोहरी नीति के कारण अब लोगों में भारी आक्रोश है।
हीरा कारखाने में बढ़ते मामलों के कारण मनपा ने रविवार और सोमवार को हीरा उद्योग को बंद करने का फैसला किया था। हालांकि लोगों में इस बात को लेकर काफी नाराजगी है क्योंकि मनपा प्रशासन कोविड के नियमों के क्रियान्वयन में दोहरा मापदंड अपना रहा है। आज कतारगाम क्षेत्र के कई बड़े कारखानों में कारीगरों को फोन करके के बुलाया गया था।
आज कतारगाम क्षेत्र में कई बड़ी-बड़ी फैक्टरियाँ शुरू थीं। दूसरी ओर मनपा प्रशासन ने शहर के हीरा बाजार को बंद कर दिया था। कतारगाम क्षेत्र में बड़े कारखाने शुरू और छोटे कारखाने बंद करने की बात फैलने से हीरा दलाल और कारीगरों में आक्रोश दिखायी दिया।
दोपहर में कारखाने को बंद करने के लिए नंदू दोशी के वाडी में गए मनपा के कर्मचारियों को घेर लिया गया और उनसे सवाल पूछे गए। अगर बड़े कारखाने चल रहे हैं तो उन्हें बंद क्यों नहीं किया जा रहा है? अधिकारी ऐसे सवालों का जवाब नहीं दे सके। लोगों के आक्रोश को देखकर मनपा के अधिकारियों को भागना पड़ा। इसी तरह दो दिन पहले चार कर्मचारी पेट्रोल पंप पर पॉजिटिव आए थे। पेट्रोल पंप एक दिन बंद रहा और अगले दिन शुरू हो गया था।