अपनी शादी की 50वीं सालगिरह पर झूमां बुजुर्ग दंपत्ति
जौनपुर। हमारे पूर्वज जहां पहले 75 से 80 वर्ष का सुखमय वैवाहिक जीवन व्यतीत करते थे, वहीं अब 50 वर्ष का वैवाहिक जीवन पूरा करना भी मुश्किल हो गया है। जिस तरह से हम बच्चों की 30 वर्ष के पार शादी कर रहे हैं, उससे तो साफ है कि वह कई प्रकार के सुखों से वंचित हो जाएंगे।
जहां लोग 90 वर्ष के पार जीते थे, वहीं अब यह कांटा 60 से 70 के बीच झूलता दिखाई दे रहा है। बढ़ते प्रदूषण और मिलावटी खानपान के चलते आने वाले दिनों में 60 वर्ष के बाद जीना मुश्किल हो जाएगा। आकांक्षाएं बढ़ती जा रही हैं और वैवाहिक जीवन सिमटता जा रहा है। और तो और आने वाले दिनों में दो तिहाई रिश्ते खत्म हो जाएंगे। पौत्र सुख की कल्पना, महज कल्पना बनकर रह जाएगी। दादा दादी नाना नानी मामा मामी यहां तक कि बहन बहनोई जैसे रिश्ते समाप्त हो जाएंगे।
दो जून को मुंबई के हमारे एक मित्र रोहित (गुड्डू) जायसवाल ने अपने पिता सर्वजीत जायसवाल और माता शीला जायसवाल की 50वीं शादी की सालगिरह के अवसर पर अपने पैतृक गांव नेवादा मुखलिसपुर, बदलापुर, जौनपुर में एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया। शादी की तरह भोजन तथा सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। करीब डेढ़ हजार लोगों ने व्यंजन का लुफ्त उठाया। सर्वजीत के पुत्र रोहित और विजय जायसवाल ने उपस्थित सभी लोगों के प्रति आभार व्यक्त किया।