
सूरत में पहली बार होगा सवा करोड़ पार्थिव शिवलिंग का निर्माण तथा पूजन
चांदी के बेलपत्र से 154 फीट ऊंची शिव प्रतिमा बनाई जाएगी
सूरत। त्रिनेत्र सनातन सेवा फाउंडेशन के द्वारा सूरत की इस पावन भूमि पर जो गुजरात का गौरव तथा धर्मात्माओं की भूमि मानी जाती है। इसके गौरवशाली इतिहास में एक और स्वर्णिम गाथा जोड़ने का प्रयास है, जहां पर सवा करोड़ पार्थिव शिवलिंग निर्माण तथा पूजन जनकल्याण के लिए आयोजित किया गया है।
माना जाता है आदि अनंत में विराजते भगवान शिव हर प्रकार से मंगल करने वाले कल्याणकारी हैं। और अपने भक्तों पर विशेष भाव रखने वाले भगवान शिव जो अपने भक्तों के जीवन में किसी भी प्रकार का कष्ट नहीं आने देते उनका पूजन उनका ध्यान मनुष्य को शाश्वत सुख देने वाला होता है। किसी भी परिस्थिति में भगवान शिव की ही स्तुति की जाती है।
पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए राजेश जैन, ममता नायडू, विष्णु सुरेका ने बताया कि 4 सितंबर 2023 से 14 सितंबर 2023 के दौरान पार्थिव शिवलिंग निर्माण तथा पूजन होगा। पूजा रोज सुबह 7:00 बजे से प्रारंभ होकर शाम 6:00 बजे तक होगी। 11 नदियों से मिट्टी लाई जाएगी। बताते हुए बड़ा हर्ष हो रहा है की विश्व में पहली बार सवा करोड़ पार्थिव शिव पूजन का संकल्प इस सूरत की पवित्र भूमि में लिया गया है।
और हमारे बीच में श्री अंबर गुरुजी जो शिव भक्त तथा भगवान शिव को ही अपना गुरु मानते हैं वह कहते हैं कि संसार में जितनी भी विद्याएं हैं वह भगवान शिव के ही द्वारा प्रदत किया गया है।और शिव सानिध्य प्राप्त कर लेना अर्थात जीवन में हर कल्याण को अपने अंदर समाहित कर लेना होता है चराचर जगत में व्याप्त भगवान शिव कल्याण रूप में सबके बीच में विद्यमान है।
गुरु जी के कथन के अनुसार शिव ही संसार है शिवा हर जगह चराचर व्याप्त है शिव की पूजा अपने आप में संपूर्ण है।और इस तीर्थ क्षेत्र सूरत में हम आवाहन करते हैं सभी लोगों का जो उस महान लक्ष्य में अपना सहयोग देना तथा ईश्वर सानिध्य में अपने आप को पवित्र करना चाहते हैं।भगवान शिव को सबसे ज्यादा पसंद है बेलपत्र और बताते हुए हर्ष हो रहा है विश्व में पहली बार चांदी से निर्मित शिव प्रतिमा जो 154 फीट ऊंची होगी आपके द्वारा दिए गए चांदी के बेलपत्र द्वारा निर्मित होगी।