
यू-ट्यूबर्स की कमाई पर गूगल की नजर, आपके यहां के व्यूअर्स होंगे तो लगेगा टैक्स
देशभर में यू-ट्यूबर्स की तादाद लाखों में है। कई यू-ट्यूबर्स ऐसे है कि जो इसके माध्यम से लाखों रूपए की कमाई करते है। लेकिन अब दुनिया की दिग्ïगज टेक कंपनी गूगल ने यू-ट्यूब कंटेंट से पैसा कमाने वाले लोगों पर नकेल कस दी है। गूगन ने घोषणा की है कि जून से वह भारत सहित दुनिया के अन्य हिस्सों में यू-ट्यूब कंटेंट सामग्री बनाने वालों पर प्रति माह 24 से 30 प्रतिशत का टैक्स लगाएगा। यह टैक्स अमेरिकियों द्वारा देखी गई यू-ट्यूब सामग्री से उत्पन्न राजस्व पर लगाया जाएगा।
गूगन ने एक ई-मेल में चेतावनी दी है कि यदि यू-ट्यूब निर्माता 31 मई, 2021 तक अपनी टैक्स जानकारी प्रदान नहीं करते हैं, तो सामग्री से कुल राजस्व का 24 प्रतिशत टैक्स के रूप में काटा जाएगा। नए नियम के तहत यू-ट्यूब के माध्यम से कमाने वालों से हर महीने टैक्स की राशि काट ली जाएगी।
यू-ट्यूब राजस्व से टैक्स कटौती कई कारकों पर निर्भर करेगी। यदि अमेरिका के बाहर के निर्माता अपनी टैक्स जानकारी प्रदान करते हैं, तो अमेरिकियों द्वारा देखी गई सामग्री पर 0 से 30 प्रतिशत तक टैक्स लगाया जा सकता है। इन परिस्थितियों में यदि आप ऐसी सामग्री बना रहे हैं, जो अधिकांश दर्शक अमेरिका से हैं, तो टैक्स कटौती के लिए तैयार रहें। यदि संबंधित अमेरिकी सरकार और देश की सरकार के बीच कर राहत समझौता होता है, तो आप लाभान्वित होंगे और कम टैक्स का भुगतान करना पड़ेगा।
गूगल ने समझाया कि यदि कोई भारतीय सामग्री निर्माता यू-ट्यूब के माध्यम से प्रति माह कुल 1,000 डॉलर (रु.72,830) कमाता है। अगर वह अमेरिकी दर्शकों से 100 रुपये (7,283 रुपये) कमाता है, तो उसे उस राशि पर टैक्स देना होगा।
गूगल के अनुसार, यदि आप अमेरिका छोडक़र अन्य देशों के दर्शकों के माध्यम से कमाई कर रहे हैं, तो आपको टैक्स का भुगतान नहीं करना होगा। हालांकि कर संबंधी दस्तावेज उपलब्ध कराने होंगे। यदि कर संबंधी दस्तावेज उपलब्ध नहीं कराए जाते हैं, तो आय का 24 प्रतिशत टैक्स के रूप में काटा जाएगा।