अहमदाबाद, गुजरात। देश के सभी शहरों में शाम को जगहों जगहों पर पानीपूरी के ठेले दिखायी देते है। और उन पर खाने के लिए लोगों की भीड़ भी उमड़ती है। कई बार सोशल मीडिया पर पानीपूरी बनाने बरती जाने वाली लापरवाही के वीडियो भी वायरल हो चुके है। ऐसे में गुजरात के कलोल के प्रभावित इलाके में पानी-पूरी समेत खुला और अखाद्य भोजन बेचने वाली लॉरियों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। यह कदम लोगों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखकर उठाया गया है।
गांधीनगर के कलोल में कोलेरा और जलजनित महामारी पैर पसार रही है। राज्य में मानसून की शुरुआत के बाद स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि लोगों को दूषित बाहरी भोजन खाने से बचना चाहिए क्योंकि दूषित पानी के सेवन से कोलेरा का खतरा बढ़ जाता है।
कोलेरा के मामले सामने आये
कलोल पश्चिम के महेंद्र मिल चाल और गायों का टेकरा इलाके से कोलेरा के मामले सामने आए हैं। कोलेरा के मामलों से स्वास्थ्य प्रशासन हरकत में आ गया। कुछ मरीजों की जांच से पता चला कि उन्हें पानी-पुरी ठेले से पानी-पुरी खाने के बाद उल्टी हुई। कलोल के प्रभावित इलाके में पानी-पूरी समेत खुला और अखाद्य भोजन बेचने वाली लॉरियों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। खाद्य विभाग और स्थानीय अधिकारियों ने इसका पालन करने की सलाह दी गई है।