सूरत : भेस्तान में ट्रैक्टर का टायर फटने से गणेशजी की प्रतिमा खंडित, भागल में प्रतिमा के पीछे लगी आग
सुबह शुरू हुई विसर्जन यात्रा शांतिपूर्ण और भक्तों के हर्षोल्लास के बीच निकली
शहर में गणेश भक्तों ने दस दिवस बड़े भक्तिभाव से गणेशजी की पूजा अर्चना करने के बाद आनंद चौदस की सुबह सूर्योदय से पहले ही सूरत में गणेश जी की विसर्जन यात्रा शुरू हो गई थी। मंगलवार सुबह शुरू हुई विसर्जन यात्रा शांतिपूर्ण और भक्तों के हर्षोल्लास के बीच निकली थी। ऐसे में सूरत में विघ्नहर्ता के विसर्जन यात्रा में ही में व्यवधान उत्पन्न हो गया। आज सूरत के भेस्तान इलाके में गणेश विसर्जन के ट्रैक्टर का टायर अचानक फटने से ट्रैक्टर पलट गया। इससे ट्रैक्टर पर सवार गणेश जी की विशाल प्रतिमा सड़क पर गिरकर खंडित हो गई। जिससे गणेश भक्तों की भावना को ठेस पहुंची।
कृत्रिम तालाब में प्रतीकात्मक विसर्जन के बाद विसर्जन के लिए समुद्र में ले जाया गया
गणेश विजर्सन को लेकर भेस्तान स्थित भैरव नगर से आज गणेश विसर्जन यात्रा निकाली गई। यात्रा जब भेस्तान भैरव नगर रोड पर पहुंची तो अचानक ट्रैक्टर का टायर फट गया। चलते ट्रैक्टर का टायर फटने से ट्रैक्टर पलट गया और ट्रैक्टर में रखी गणेश जी की मूर्ति भी सड़क पर गिरकर खंडित हो गई।
दस दिन की पूजा के बाद जब गणेश जी की मूर्ति सड़क पर खंडित हो गई तो गणेश भक्तों को बहुत दुख हुआ। मूर्ति को कृत्रिम तालाब में ले जाया गया। जहां प्रतीकात्मक विसर्जन के बाद इसे विसर्जन के लिए समुद्र में ले जाया गया। गणेश जी की विशाल मूर्ति खंडित हो जाने के बाद गणेश भक्तों में काफी नाराजगी देखी जा रही है।
भागल में गणेशजी की प्रतिमा के पीछे लगी आग
सुबह से ही गणेश विसर्जन यात्रा शुरू हो गई थी लेकिन, कुछ देर बाद भागल चार रास्ते से गुजर रहे विध्नहर्ता की विदाई यात्रा में विघ्न आने पर रोक दी गई। भागल चार रास्ते से गुजर रही उसी दौरान शोभायात्रा में प्रतिमा के साथ रखे पटाखों में आग लग गयी। हालांकि आग छोटी होने के साथ ही पालिका के दमकल विभाग के कर्मियों की तत्परता से आग पर तुरंत काबू पा लिया गया। जिससे बड़ा हादसा होने से टल गया। इस बीच सुबह 11 बजे के बाद भागल चौराहे से विसर्जन यात्रा में थोड़ा विघ्न आ गया।
गणेश जी की मूर्ति के साथ पटाखे रखे हुए थे। इस पटाखे पर कहीं से जलता हुआ पटाखा गिर गया। जिससे पटाखों में आग लग गई, हालांकि बापा की मूर्ति के साथ मौजूद युवक डरे नहीं और मूर्ति के साथ खड़े रहे। इस बीच सड़क पर मौजूद चार दमकलकर्मी तुरंत प्रतिमा के पास पहुंचे और आग बुझा दी, जिससे बड़ा हादसा टल गया।