सूरत : डिंडोली-लिंबायत को जोड़ने वाला नीलगिरि अंडरपास का कार्य अंतिम चरण में
अंडरपास का लोकार्पण फरवरी माह में होने की संभावना
सूरत के डिंडोली और लिंबायत इलाकों को जोड़ने वाला नीलगिरि अंडरग्राउंड रेलवे ब्रिज पूरा होने वाला है। आने वाले महीनों में अंडरपास का उद्घाटन होने की संभावना है। जिससे रोजाना 50 हजार से ज्यादा वाहन चालकों को सीधा फायदा मिलेगा और लिंबायत से डिंडोली तक आने-जाने में लंबा चक्कर लगाने से भी राहत मिलेगी। पूरे राज्य में एकमात्र एचवीएसी और फायर सिस्टम वाले इस अंडरपास को बनाने में सूरत महानगर पालिका ने लगभग 60 करोड़ रुपये खर्च किये हैं।
राज्य की आर्थिक राजधानी सूरत शहर में जनसंख्या और विकास के कारण यातायात की समस्या दिन-ब-दिन गंभीर होती जा रही है। 100 से अधिक पुल होने के बावजूद आज सूरत शहर में मोटर चालकों को पीक आवर्स के दौरान काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। ऐसे में शहर के लिंबायत और डिंडोली इलाके में वाहन चालकों की समस्या को ध्यान में रखते हुए सूरत महानगर पालिका ने 2020 में 60 करोड़ रुपये की लागत से नीलगिरि सर्कल के पास एक अंडरपास बनाने की योजना बनाई। ढाई साल में पूरा होने वाला यह ब्रिज कोरोना और रेलवे की अनुमति के कारण अब चार साल बाद पूरा हो पाया है।
60 करोड़ रुपये की लागत से राज्य का सबसे लंबा 180 मीटर और 16 मीटर चौड़ा अंडरपास
180 मीटर लंबाई और 16 मीटर चौड़ाई वाले राज्य के पहले इस पुल के उद्घाटन के बाद लिंबायत और डिंडोली के बीच अधिक कनेक्टिविटी से लगभग 50 हजार वाहन चालकों को सीधा फायदा होगा और लोगों को लंबे चक्कर लगाने से मुक्ति मिलेगी। इन दोनों क्षेत्रों में आवाजाही में आसानी होगी। हालाँकि, सूरत महानगर पालिका ने राज्य के सबसे अत्याधुनिक रेलवे अंडरपास में एचवीएसी और फायर सिस्टम भी है। जिसके चलते ट्रैफिक जाम की स्थिति में वाहन चालकों को अंडरपास में किसी भी प्रकार के दम घुंटने की समस्या से मुक्ति मिलेगी। इसके अलावा अंडरपास में किसी वाहन में आग लगने की स्थिति में भी त्वरित फायर कंट्रोल की सुविधा भी उपलब्ध रहेगी। इसके अलावा मानसून सीजन में खास करके जल जमाव नहीं हो इसलिए प्रशासन द्वारा सम्प बनाकर इसमें मोटर फीट की गई है। जिसके चलते कुछ समय में ही अंडरपास में भरा पानी अदृश्य हो जाएगा और यातायात नियमित शुरू रहेगा।
उधना रेलवे यार्ड शिफ्ट से लंबाई बढ़ी
2020 में नीलगिरि सर्किल से अंडरपास का संचालन शुरू किया गया था। हालाँकि, इस बीच उधना में रेलवे यार्ड को स्थानांतरित कर दिया गया है, जहाँ एक समय में तीन रेलवे ट्रैक थे, अब सात रेलवे ट्रैक हैं। जिससे रेलवे ट्रैक पर अंडरपास की लंबाई 180 मीटर तक पहुंच गई। इसके अलावा ट्रैफिक लोड को देखते हुए प्रशासन द्वारा अंडरपास की चौड़ाई भी 16 मीटर रखी गई है। जिससे भविष्य में अंडरपास में वाहन चालकों का लोड बढ़ने से कोई परेशानी नहीं होगी।
अंडरपास के बाद भी ट्रैफिक समस्या बिगड़ने का डर
लिंबायत और डिंडोली को जोड़ने वाले अंडरपास के शुरू होने के बाद आशंका है कि पीक आवर्स के दौरान डिंडोली की ओर ट्रैफिक की समस्या और गंभीर हो जाएगी। स्थानीय लोग संभावना जता रहे हैं कि पीक आवर्स के दौरान भी डिंडोली में सीएनजी पंप चार रोड से गुजरने वाले वाहनों के लिए स्थिति और भी मुश्किल हो जाएगी। जिसके चलते अंडरपास शुरू होने के बाद चौराहे पर स्थायी ट्रैफिक पुलिस या ट्रैफिक सिग्नल लगाए जा रहे हैं।