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सूरत : कपड़ा व्यापारियों ने की केंद्रीय बजट वर्ष-2023 में  इन मुद्दों को शामिल करने की मांग

भारत के मानचित्र पर सूरत कपड़ा उद्योग ने जो विकास की राह दी है, उससे पूरे विश्व में कपड़ा बाजार को नया आयाम मिला है। कपड़ा व्यापार के विकास के लिए पिछले 39 वर्षों से सेवा की दिशा में संस्था फेडरेशन ऑफ सूरत टैक्सटाइल ट्रेडर्स एसोसिएशन (फोस्टा) कार्यरत है। फोस्टा ने वित्त मंत्री मंत्री निर्मला सीतारमन से केंद्रीय बजट 2023 में  निम्न सुझाव पर प्राथमिकता से ध्यान देकर बजट में शामिल करने की मांग की है।

1. आय टैक्सपेयर्स के लिये इनकम टैक्स स्लैब को तर्कसंगत बनाया जाये| 5 लाख से कम आय वालों को पूर्ण रूप से आयकर मुक्त रखना एवं टेक्स में सरलीकरण करने की पहल करावे।

2. इनकम टैक्स में 80C में निवेश की छूट बढ़ाकर बचत को बढ़ावा दिलावे।

3. टेक्सटाइल मैन्युफैक्चर ट्रेडर्स जो स्वयं की लागत से कच्चे रो मटेरियल से लेकर फिनिश गुड्स को संपूर्ण भारत एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कार्य कर रहे ऐसे सभी MSME ट्रेडर्स के लिए एक योजना बनाकर उन्हें प्रोत्साहित करने की पहल करावे।

4. सूरत कपड़ा उद्योग को बढ़ावा देने के लिए GSP और FTA के अनुबंध अधिक देशों के साथ करें ताकि हमारा कपड़ा निर्यात बढ़ सके।

5. रिसर्च और डेवलपमेंट का बजट बढ़ाकर टेक्सटाइल उद्योग में एक्सपोर्ट को बढ़ावा देना।

6. रेल गती पोस्ट शक्ति लॉजिस्टिक व्यवस्था को बढ़ावा देने के लिये सूरत से जाने वाली यात्रिक ट्रेन में गुड्स बोगी को जोड़कर सम्पूर्ण भारत में पार्सल सेवा दिलाने की पहल करावे।

7. सूरत में टेक्सटाइल मंत्रालय के कार्यालय की स्थापना हेतु आवश्यक पहल करावे।

8. टेक्सटाइल उद्योग पर जीएसटी 12% की अधिसूचना 14/2021 को जीएसटी काउंसलिंग में निरस्त करावे तथा जीएसटी में रिफॉर्म करने की पहल करावे।

9. कपड़ा उद्योग को बढ़ावा देने के लिये सूरत में मेगा टैक्सटाइल पार्क, गारमेंट हब व् एक्सपोर्ट बढ़ाने आदि अलग-अलग योजनाओ को गति देकर कार्य को निश्चित समय सीमा पर पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित करावे।

10. सूरत में 80 % प्रवासी मजदूर कार्यरत हैं तथा वे अपने-अपने काम में SKILLED हैं, परंतु जब वे गांव जाते हैं और 2-3 महीने गाँव से नहीं आते है, तब SKILL लेबर नहीं होने से उद्योग में काफी दिक्कत का सामना करना पड़ता है| इसके लिए टेक्सटाइल आवास की योजना लाई जाए ताकि वह अपने परिवार के साथ यहां सेटल हो जिससे उद्योग में SKILL लेबर की आने वाली कमी से उद्योग निजात पा सके।

11. सूरत में 4-5 लाख महिलाएं घर से काम करती हैं, उनको गारमेंट में स्किल करने, उनको सिखाने के लिए गली-गली में प्रशिक्षण शाला की व्यवस्था बने ताकि घर-घर में गारमेंट का काम शुरू हो सके|व्यापार बढ़ाने के लिए घरेलू मेन्युफेक्चरिंग को बढ़ावा देना एवं उनको मासिक उद्योग राशि एवं आवश्यक सिलाई मशीने-टेक्सटाइल मशीनरी आदि उपलब्ध कराने की योजना लाई जाये।

12. व्यापारी के रिटायरमेंट के बाद भविष्य सुरक्षित हो और उसे उचित ब्याज दर प्राप्त हो तथा उसकी पूंजी सुरक्षित हो ऐसी संस्था को सरकार चिन्हित करावे।

13. मध्यम श्रेणी की आय व उसका रोजगार घटता जा रहा है उसके जीवन स्तर और बच्चो के भविष्य को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य व शिक्षा के क्षेत्र में राहत देने की योजना लाए।

14. व्यापारिक कल्याण कोष की रचना हर राज्य में करावे तथा आपसी सामजस्यता से नये कानून बनाए जो धरातल से जुडी समीक्षा रिपोर्ट के आधार पर हो।

15. व्यापारी वर्ग जो इनकम टैक्स/जीएसटी/वेरा/प्रोफेशनल टैक्स इत्यादि देता है उसे अपने रिटायरमेंट के दिनों में सम्मान के साथ पेंशन और दुर्घटना बीमा की व्यवस्था करावे।

16. जीएसटी/आईटीसी और इन्वॉइसिंग के रिटर्न फाइल नियमों को सरल और तर्कसंगत बनाया जाये।

17. आयकर पोर्टल की खामियों को हल किया जाये|देरी से रिटर्न भरने वालों को ब्याज/पेनल्टी से मुक्त किया जाये और पोर्टल को सरल बनाया जाये।

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