गोगुन्दा से पैदल यात्रा कर रामदेवरा पहुंचा जत्था, किए बाबा के दर्शन,लगाई धोक
उदयपुर (कांतिलाल मांडोत)। लोकदेवता बाबा रामदेवरा के प्रति लोगो मे आस्था का ज्वार कम नही है।कोरोना महामारी के संक्रमण के बाद भक्त बाबा रामदेव रूणिचा धाम के दर्शन कर अपनी आत्मा में शक्ति भरने का कार्य कर रहे है। बारिश के मौसम के बावजूद भक्तो की भक्ति में कमी नही आई है। पूरे भारत से लोग पैदल यात्रा कर हर वर्ष रूणिचा धाम में लगने वाले मेले में शरीक होते है। भादवी दूज का महत्व बहुत अधिक है। 650 किलो का सफर कर बाबा के दरबार मे धोक लगाने के लिए रवाना हुआ था। आज रूणिचा धाम में बाबा के दर्शन कर अपने को धन्य समझने वाले भक्तों की खुशी का पार नही है। सैकड़ों किमी की यात्रा कर रामदेवरा के दर्शन किया।
गोगुन्दा के भक्तजन राम देवरा पहुंचकर दर्शन किए। बाबा को भोग लगाया। पुष्प अर्पित कर आशिर्वाद ग्रहण किया। बाबा के प्रति अपार आस्था होने से पैदल सफर कर आज रूणिचा धाम के दर्शन किए। आस्था के सामने कोई भी समस्या बोनी साबित होती है। गोगुन्दा से अपने मित्र मंडल के साथ रवाना हुए जत्थे ने बाबा को नैवेध चढ़ा कर धोक लगाई।परिवार की खुशहाली की कामना की गई। हजारो श्रद्धालु देश के कोने कोने से आकर बाबा के दर्शन करते है। कोरोना महामारी के चलते सरकार की पाबंदियां होने के कारण लोग दर्शन के लिए घरों से नही निकल रहे है। लेकिन हर वर्ष हजारो की तादात में रूणिचा धाम में धोक लगाने भक्तजन किसी भी मुश्किल घड़ी का सामना करने के बाद अपने इष्टदेव के दर्शन कर ही लेते है। किसी ने मखमली घोड़ा तो किसी ने चांदी का छत्र तो किसी ने पूजा का थाल अर्पण कर बाबा से आशीर्वाद लिया। सभी भक्तों का उत्साह और जोश चरम पर है।
गोगुन्दा के रावलिया खुर्द व तुला से रामदेवरा रुणिचा के लिए पैदल यात्रियों का जत्था पहुंचा और बाबा के नेजा चढ़ाया बाबा रामदेव जी भक्तों का आस्था का केंद्र है जहा भक्तो की अपनी मनोकामनाएं एवं इच्छाए पूर्ण होती हैं। साथ ही भक्त जन अपने घर परिवार गांव व देश में खुशहाली की एवं वैश्विक महामारी से बचने की कामनाएं की बाबा भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण करें। पैदल चलने वाले यात्री गेगसिंह,श्याम सिंह राजावत,देवी सिंह सिसोदिया,भंवरसिंह सिसोदिया,केसर सिंह ,नाथू सिंह ,रामसिंह,राजसिंह,भेरू सिंह, भुरसिंह,दिलीपसिंह,नीमा राम , पप्पू मेघवाल, विजय सिंह,जमना बाई , कैसीबाई ,पार्वतीबाई,भावना ,विमला प्रजापत , लीला बाई,भावना,मनीष,लहरीलाल गमेती,कैलाश कुम्हार, विजय राम, पप्पूसिंह,देवीसिंह आदि थे।