प्रादेशिक
अंतिम संस्कार के लिए समाज को रोका,तीन घन्टे तक शव पड़ा रहा,प्रशासनिक अधिकारी की समझाइश के बाद किया अंतिम संस्कार
उदयपुर (कांतिलाल मांडोत) गोगुन्दा तहसील के सुहावतो का गुडा में श्मशान घाट में विवाद हो गया।अंतिम संस्कार को लेकर दो पक्ष् के बीच आपस मे विवाद हो गया।पुलिस ने मौके पर पहुँच कर अंतिम संस्कार करवाया।सुहावतो का गुड़ा में शव लेकर परिजन श्मशान घाट पहुँचे।लेकिन श्मशान को निजी खातेदारी जमीन बताकर अंतिम संस्कार रुकवाया।सुहावतो का गुड़ा में जैन समाज की एक महिला की मौत हो गई।अंतिम संस्कार के लिए शव को लेकर जैन समाज के लोगो को भुतालाल वरदा मेघवाल ने अपनी निजी खातेदारी जमीन बताकर दाह संस्कार के लिए मना कर दिया।शव तीन घंटे तक पड़ा रहा।
उल्लेखनीय है कि सुहावतो का गुड़ा में श्मशान की जमीन जैन समाज की है।यहां पर करीब 200 सौ साल से जैन समाज के मृत व्यक्ति का अंतिम संस्कार किया जा रहा है।पिछली सरकार ने पट्टा सिस्टम की योजना अमल में रखी।भुतालाल मेघवाल का खेत जैन समाज के श्मशान के पास ही है।जैन समाज के लोग अधिकतर सूरत,मुंबई और बेंगलोर रहते है।जिससे भुतालाल मेघवाल ने युक्तियुक्त पटवारी से मिलकर जैन समाज की श्मशान की भूमि का पट्टा बनवा दिया।उसकी करतूत का भंडा तब फूटा जब एक महिला की मौत हो गई।उसकी अंतिम क्रिया के लिए लाए गए शव को भुतालाल मेघवाल ने शव का अंतिम संस्कार रुकवा दिया गया।तीन घन्टे तक शव पड़ा रहा।गोगुन्दा विधायक प्रताप गमेती को टेलीफोनिक बात करने के बाद भुतालाल मेघवाल ने महिला का अतिंम संस्कार करने दिया।
भुतालाल मेघवाल ने सायरा पुलिस को सूचना दी।सायरा पुलिस जाब्ता, गोगुन्दा पुलिस और गोगुन्दा एसडीएम निलम लखारा घटना स्थल पर पहुंच कर दोनों पक्षों को समझाया उसके बाद अंतिम संस्कार किया गया।भुतालाल मेघवाल ने एक हजार फीट जगह अपने कब्जे में रखकर बची हुई जमीन पर जैन समाज के लोगो ने महिला के शव का अंतिम संस्कार किया गया। सायरा थाना के हेड कांस्टेबल भेरूसिंह ने बताया कि हमे सूचना मिली थी कि हमारी निजी जमीन पर जैन समाज द्वारा महिला का अंतिम संस्कार किया जा रहा है।तब सायरा थाना जाब्ता, गोगुन्दा थाना पुलिस और उपखण्ड अधिकारी नीलम लखारा मौके पर पहुंची।आपसी बातचीत के बाद जैन समाज की मृत महिला का अंतिम संस्कार कर दिया गया ।इस दौरान भगवतीलाल चौहान,ख्यालीलाल चौहान,जीतमल चौहान,गणपत चौहान,बसंतीलाल ढालावत, पूनमचंद चौहान,ललित