सूरत

सारोली के 20-25 अधूरे प्रोजेक्ट में फंसे ब्रोकर्स ,बनाई संघर्ष समिति

पिछले 4-5वर्षों में सारोली,गड़ोदरा विस्तार में टेक्सटाईल मार्केट का विस्तार हुआ है।कई नए मार्केट आये है।आपको ज्ञात रहे कि सारोली में कपड़ा मार्केट का विस्तार कपड़ा व्यापारियो के लिए एक अच्छा संकेत था।रिंग रोड से काफी व्यापारियो ने सारोली में अपना व्यवसायिक ठिकाना बनाया।सारोली में बढ़ते मार्केट को देखते हुवे कई बिल्डर्स ने नए नए मार्केट प्रोजेक्ट शुरू कर उसकी बुकिंग शुरू की।

इन प्रोजेक्ट के लिए ब्रोकर,इन्वेस्टरो व दुकानदारों को लोक लुभावने ऑफर दिए।ब्रोकर्स ने इंनवेस्टर तथा अपने खुद की दुकान का सपना पूरा करने के लिए दुकानदारों ने सारोली के नए मार्केट प्रोजेक्ट में अपनी बुकिंग करवाई।लेकिन हाल में 3-4 सालो में बिल्डरों की मनमानी से कई मार्केट प्रोजेक्ट्स शुरू ही नही हुवे, या अधूरे पड़े है।बिल्डर अपनी मनमानी से इन्वेस्टर व दुकानदारों से किस्तें भरवा रहे है।लेकिन उनको अपनी दुकानो पर कब कब्जा मिलेगा?

दुकानदारों व इन्वेस्टरों ने अपने खून पसीने की कमाई बिल्डरों के झांसे में आकर जमा करवाई है व अधुरे प्रोजेक्ट की वर्षो से किस्तें बिल्डर्स के दबाव में भर रहे है।अब इन्वेस्टर्स व दुकान खरीददारों की हालत खराब हो रही है।एक तरफ किस्तें व एक तरफ दूसरे मार्केटों का भाड़ा यानी डबल नुकसान झेल रहे है।इससे ब्रोकर्स को भी तकलीफ आ रही है।उनके मार्फ़त बेची गई दुकानों का पजेसन न मिलने से दुकानदार व इन्वेस्टर्स ब्रोकर्स पर अविश्वास करने लगे है।उनसे पजेशन अथवा अपना भरा पैसा वापसी का दबाव आ रहा है।इसलिये हाल में सारोली मार्केटो के पीड़ित ब्रोकर्स ने सारोली ब्रोकर्स एवं व्यापारी संघर्ष समिति का गठन किया है।

अधूरे मार्केट प्रोजेक्ट के मुद्दे पर दिनांक 12.09.2022 को एक जनरल मीटिंग का आयोजन होगा जिसमें सारोली के सभी ब्रोकर्स व व्यापारी इंसवेस्टर शामिल होंगे व विचार विमर्श कर अधूरे प्रोजेक्ट को पूरा कर दुकानों का पजेशन देने अथवा जमा किये पैसे ब्याज सहित वापस दिलाने व अन्य समस्याओं व मुद्दों पर चर्चा की जाएगी।

सारोली ब्रोकर्स एवं व्यापारी संघर्ष समिति के रमेश कामरा जूनियर मोदी ने बताया कि सामान्यतः बुकिंग के 3 साल में बिल्डर को दुकान का पजेशन देना होता है लेकिन 3 साल के बाद 2 से 5 साल बीत जाने के बाद खरीददारों को पजेशन नही दिया गया है कई मार्केट का निर्माण कार्य अधूरा पड़ा है कई प्रोजेक्ट शुरू ही नही हुवे है।ब्रोकर मुरारी शर्मा ने बताया कि मार्केट प्रोजेक्ट में कई बिल्डर भागीदार होते है एक बिल्डर भागीदार के भरोसे इन्वेस्टर ने पैसा भरा है वो प्रोजेक्ट से अलग हो गया।तो अन्य भागीदार जबाब नही देने से ब्रोकर्स को समस्याओं का सामना करना पड़ता है।

नंदकिशोर अग्रवाल ने बताया कि हम 12 सितम्बर को व्यापारियो ब्रोकर्स को सामूहिक जनरल मीटिंग में मुद्दे के समाधान का प्रयास करेंगे।12 सितम्बर की जनरल मीटिंग में जरूरत पड़ने पर प्रोजेक्ट व बिल्डर का नाम का खुलासा करेंगे।हाल में सारोली के 20 से 25 मार्केट प्रोजेक्ट में समस्या आ रही है।

बिल्डर इन्वेस्टर्स व ब्रोकेर्स का तालमेल हाल में टूटा है।उसको जोड़ने का प्रयास करेंगे ताकि विश्वास का प्रोपर्टी व्यापार पुनः भरोसे के साथ शुरू हो जाय।हालांकि कई बिल्डर्स आज भी विश्वास व भरोसा बनाकर व्यापार कर रहे है पर कुछ बिल्डर्स न जबाब दे रहे है न मुलाकात कर रहे है।सँघर्ष समिति 12 सितम्बर को सूरत के सभी विस्तार के प्रोपर्टी ब्रोकर्स,व्यापारियो की साथ जनरल मीटिंग में विचार विमर्श कर प्रोपर्टी व्यापार को पुनः पटरी पर लाने हेतु प्रयास करेगी।

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