फ्लाइट यात्रियों से ज्यादा किराया वसूलने वाले निजी कैब चालकों खिलाफ कार्रवाई की मांग
डायमंड सिटी और सिल्क सिटी के नाम से मशहूर सूरत डायमंड और कपड़े का हब है। रोजाना बाहरी राज्यों से कारोबारी यहां कामकाज के सिलसिले से आते जाते रहते है। सूरत एयरपोर्ट पर फ़्लाइट से उतरने के बाद शहर के अलग अलग जगहो पर जाने वाले यात्रियों से किराये के नाम टैक्सी और रिक्शा चालकों द्वारा ज्यादा रकम की वसूली किए जाने की शिकायतें उठी है। लोग सोशल मीडिया पर शिकायतें कर रहे है।
वी वर्क फॉर वर्किंग एयरपोर्ट ग्रुप के कोर सदस्यों को भी सूरत एयरपोर्ट से टैक्सी और रिक्शा किराए के लिए यात्रा करने वाले यात्रियों की कई शिकायतें मिल रही है। सूरत हवाईअड्डे पर टैक्सी चालकों के यूनियन जैसा बन गया है और यात्री से जो भी कीमत मांगी जा रही है, वह देना पड़ रहा है। रात की उड़ानों में विशेष रूप से देखने को मिलती है।ऑनलाइन टैक्सी ड्राइवर से भी बुकिंग लेता है और समय पर नहीं आते। यात्री थोड़ी देर प्रतीक्षा करने के बाद सवारी को रद्द कर देता है और वहां से रिक्शा या टैक्सी करने पर ड्राइवर 200 रुपये से 500 रुपये के किराए की माँगते है।
इस संबंध में समूह को पिछले कुछ समय से कई शिकायतें मिल रही हैं। इनमें से कुछ शिकायतों के स्क्रीन शॉट्स को भारतीय हवाई अड्डा प्राधिकरण, पश्चिमी क्षेत्र के प्रमुख को सूचित किया गया है और इस संबंध में वी वर्क फ़ोर वर्किंग एयरपोर्ट सूरत ग्रुप ने भी मांग की है। इससे पहले भी इस तरह की दिक्कतें आने पर टीम ने सूरत नगर निगम से चर्चा कर बीआरटीएस व सिटी बस की व्यवस्था की थी, वहां से हर एक घंटे में बसें मिलती हैं। लेकिन फ्लाइट कनेक्टिविटी की कमी और यात्रियों की भीड़ के कारण, व्यवस्था अपर्याप्त है और यात्री सामान के साथ घर पहुंचना चाहते हैं। इसलिए टैक्सी रिक्शा की जरूरत है लेकिन ज्यादा किराया लिया जा रहा है, इस संबंध में तत्काल व्यवस्था की मांग की गई है।