
अगर आप कैलाश मानसरोवर की तीर्थ यात्रा पर जाना चाहते हैं तो सरकार आपको देगी इतने रुपयों की सहायता
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने लिया फैसला, कैलास मान सरोवर यात्रा पर जाने वाले गुजरात के तीर्थयात्रियों को अब 50 हजार रुपये की सहायता दी जाएगी
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कैलास मान सरोवर की तीर्थ यात्रा पर जाने वाले गुजरात के तीर्थयात्रियों को राज्य सरकार द्वारा दी जाने वाली प्रोत्साहन सहायता की राशि बढ़ाने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया है।मुख्यमंत्री द्वारा किये गये इस यात्रा सुविधा निर्णय के अनुसार कैलास मान सरोवर की यात्रा पर जाने वाले गुजरात के तीर्थयात्रियों को 23 हजार रुपये प्रति तीर्थयात्री की प्रोत्साहन सहायता राशि बढ़ाकर अब प्रति तीर्थयात्री 50 हजार की सहायता दी जाएगी।
पंजीकरण की प्रक्रिया:
कैलाश मानसरोवर यात्रा का पंजीकरण भारत सरकार की वेबसाइट https://kmy.gov.in से किया जा सकता है। इस यात्रा को करने के इच्छुक किसी भी व्यक्ति के पास भारतीय पासपोर्ट होना चाहिए। यात्रा शुरू करने से पहले, तीर्थयात्रियों को यात्रा की तैयारी और चिकित्सा परीक्षण के लिए तीन से चार दिन दिल्ली में बिताने पड़ते हैं।
लेकिन अगर यह काम नहीं करता है, तो यात्री अपने रहने, खाने-पीने की व्यवस्था खुद कर सकता है। लेकिन यात्री को ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए अपने स्वास्थ्य और फिटनेस की जांच करवानी होगी।
ऐसे यात्रियों को अनुमति नहीं है:
कैलाश मानसरोवर यात्रा के दौरान लिपुलेख मार्ग से लगभग 200 किमी और नाथू ला मार्ग से लगभग 35 किमी की ट्रेकिंग होती है। साथ ही ऊपर हवा का दबाव भी कम हो जाता है। इससे यात्रियों के शरीर में ऑक्सीजन लेवल कम हो जाता है। इसके अलावा पर्वतीय बीमारी, सांस संबंधी परेशानी हो सकती है।
ब्रोन्कियल अस्थमा, उच्च रक्तचाप और मधुमेह वाले लोगों के लिए इस यात्रा से बचना मुश्किल है। इसलिए ऐसे ऊंचाई वाले इलाकों में भेजे जाने से पहले उनकी मेडिकल जांच की जाती है। यात्रा के लिए आपकी आयु 18 वर्ष से अधिक और 70 वर्ष से कम होनी चाहिए।