
लिंबायत में विधायक के विरोध में लगे बैनर से सियासी माहौल गरमाया
विधानसभा चुनाव के लिए निरीक्षक आने से पहले लिंबायत में विधायक के खिलाफ विरोध
गुजरात विधानसभा चुनाव जैसे जैसे नजदीक आ रहा है, राजनीतिक चरम सीमा पर है। अब भाजपा में भी अंदरूनी खींचातान देखने को मिल रही है। भाजपा का गढ़ कहे जानेवाले लिंबायत विधानसभा क्षेत्र में भाजपा के ही कुछ कार्यकर्ता असंतुष्ट होने की चर्चा है। जिसके कारण आने वाले दिनों में गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी पर्यवेक्षकों के आने से पहले लिंबायत में मौजूदा विधायक को बदलने की मांग को लेकर सार्वजनिक सड़कों पर लिंबायत में बैनरों से सियासत गरमा गई है।
मराठी भाषा में लिखे बैनर में कहा गया है कि अगर कोई बदलाव नहीं किया गया तो नोटा पर वोटिंग की जाएगी। कयास लगाए जा रहे हैं कि मौजूदा विधायक से नाराज बीजेपी के कुछ असंतुष्टों ने इस तरह का बैनर लगाया है।
गुजरात विधानसभा चुनाव की उलटी गिनती के साथ बीजेपी के पर्यवेक्षक भी आने वाले दिनों में सूरत आ रहे हैं। मौजूदा विधायक और दावेदार पर्यवेक्षकों के सामने चुनाव लड़ने के लिए अपना मजबूत पक्ष रखेंगे। वहीं कुछ इलाकों में मौजूदा विधायक का उनकी ही पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा विरोध किया जा रहा है। इससे पहले आज सुबह भाजपा के गढ़ लिंबायत विधानसभा क्षेत्र में मौजूदा विधायक संगीता पाटिल के खिलाफ बैनर लगाया गया।
लिंबायत के संजय नगर और नीलगिरि सर्किल समेत इलाकों में संगीता पाटिल के खिलाफ मराठी भाषा में प्रदेश अध्यक्ष को संबोधित करने वाले बैनर लगाए गए हैं। यह बैनर संगीता पाटिल की जगह किसी अन्य स्थानीय उम्मीदवार को विधानसभा का टिकट देने की मांग की है।
उन्होंने संगीता पाटिल की जगह किसी अन्य उम्मीदवार का चयन नहीं करने पर नोटा को वोट देने की भी धमकी दी है। भाजपा के गढ़ लिंबायत में स्थानीय विधायक के विरोध में लगे बैनर से सियासी माहौल गरमा गया है। इस तरह की हरकत खुद बीजेपी के ही कुछ नाराज कार्यकर्ताओं ने की होने की चर्चा है।