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शाररिक एवं मानसिक विकास के लिए पोषण आवश्यकः एसडीएम नीलम लखारा

उदयपुर ( कांतिलाल मांडोत ) किसी भी देश के विकास के लिए बच्चो, किशोरियों , गर्भवती महिलाओं व स्तनपान कराने वाली माॅताओ के शाररिक एवं मानसिक विकास के लिए सही पोषण मिलना आवश्यक है। यह बात आज शुक्रवार को सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के क्षेत्रीय लोक सम्पर्क ब्यूरो, उदयपुर द्वारा जिले की सायरा पंचायत समिति की नान्देशमा पंचायत के राजीव गांधी सेवा केन्द्र पर पोषण 2.0 पर आयोजित जागरूकता कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए गोगुन्दा की उप खण्ड अधिकारी नीलम लखारा ने कही। उन्होने कहा की बच्चो को सही पोषण मिले इसके लिए जरूरी है कि माॅ को भी पूरा पोषण मिले। उन्होने कहा की देश में कुपोषण की समस्या से निपटने के लिए भारत सरकार ने झंुझुनू से 08 मार्च 2018 को पोषण अभियान की श्ुरूआत की थी जिसके तहत भारत को कुपोषण से मुक्त करने का लक्ष्य रखा गया हैं लेकिन यह लक्ष्य तभी प्राप्त किया जा सकेगा जब हर महिला पोषण के महत्व के बारे में जागरूक होगी।

कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए गोगुन्दा के खण्ड मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ0 ओ.पी. रायपुरिया ने कहा की पोषण की शुरूआत हमें तभी से करनी चाहिए जब बच्चा गर्भ में हो जिससे माॅ और बच्चे में कुपोषण की समस्या पैदा ही नही होगी। उन्होने कुपोषण को दूर भगाने के लिए पोष्टिक आहार जिसमें हरे पत्ते बाली सब्जी , दूध, दाल आदि का अधिक से अधिक प्रयोग करने की अपील की। डाॅ0 रायपुरिया ने कहा की माॅ का पहला दूध अमृत के समान होता है इसके पिलाने से बच्चे में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढती है। उन्होने कहा की छः माह तक बच्चे को केवल माॅ का ही दूध पिलाए । छः माह बाद बच्चे को उपरी आहार दे जिसमें चावल एवं दाल का पानी पिलाए जिससे बच्चे में पोषण की वृद्वि होगी। उन्होने कहा की महिलाओ से कहा की जल्दी माॅ ना बनंे बच्चो में अन्तराल रखे और बच्चे को सम्पूणर््ा टीकाकरण कराए तथा संस्थागत प्रसव जरूर कराए।

प्रारम्भ में सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय भारत सरकार के क्षेत्रीय लोक सम्पर्क ब्यूरो उदयपुर के सहायक निदेशक रामेश्वर लाल मीणा ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए पोषण माह के अंतर्गत आयोजित जनचेतना कार्यक्रम में लगाई गई प्रदर्शनी में पोषण से जुडे बिन्दुओं , आजादी से जुडे पहलुओं , कोविड उचित व्यवहार एवं वैक्सीनेशन, योग के महत्व ,स्वच्छ भारत अभियान के बारे में विस्तृत जानकारी दी।

महिला एवं बाल विकास विभाग गोगुन्दा की बालविकास परियोजना अधिकारी पुष्पा दशोरा ने कहा पोषण अभियान महिला एवं बाल विकास विभाग का एक प्रमुख कार्यक्रम है। उन्होने कहा की पोषण अभियान गरीब क्षेत्रों में बच्चों , महिलाओं और गर्भवती माताओं के पोषण को सुनिश्चित करने पर केन्द्रित है। इस अवसर आयुष विभाग के चिकित्सा अधिकारी डाॅ0 रमाकान्त मीणा ने कहा की गर्भवती महिलाओं कहा की वह आयुर्वेद की पद्वति अपनाने एवं इस अवस्था में माॅ और बच्चे को किन-किन योग से स्वस्थ रखा जा सकता है के बारे में जानकारी दी।

इस अवसर पर पोषण पर सभी प्रतिभागियों को पोषण की शपथ दिलवाई गई एवं दो दिवसीय पोषण जागरूकता कार्यक्रम के दौरान आयोजित की जाने वाली सही पोषण देश रोशन पर रंगोली ,पोष्टिक व्यंजन प्रतियोगिता दौड एवं म्युजिकल चेयर रैस तथा मौखिक प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता के विजताओं को विभाग की और पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर ग्राम पंचायत नान्देशमा की सरपंच लक्ष्मी बाई गमेती, महिला पर्यवेक्षक प्रतिभा तेली एवं पुष्पा गरासिया तथा ग्राम विकास अधिकारी सुनील कुमार सहित गांव की महिला,किशोर बालिकाए तथा कार्यकर्ताओ ने हिस्सा लिया।

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