सूरत

सूरत : कोई कपड़ा व्यापारी व्यवसाय करने लायक है या नहीं, इसकी जानकारी अब उंगलियों पर उपलब्ध होगी

टेक्सटाइल सुरक्षा सेतु ऐप का गृह मंत्री के हाथों लॉन्चिंग

कपड़ा बाजार शहर में रोजगार का सबसे बड़ा स्त्रोत है। कपड़ा बाजार में आए दिन पार्टी पलायन की घटनाएं सामने आती है, इस समस्या को जड़ से उखाड़ फेकने के लिए पुलिस ने एक्शन प्लान बनाया है। पुलिस ने ठगी के मामलों को घटाने के लिए टेक्सटाइल सुरक्षा सेतु ऐप बनायी है। जिसमें कपड़ा व्यापारी का जीएसटी नंबर या पान कार्ड नंबर एड करते ही उसकी हिस्ट्री सामने आ जाएगी।

कपड़ा व्यापारी पर कितनी शिकायत हुई है इसकी जानकारी मिलेगी। व्यापारी की दुकान खुद की है या किराये सहित अन्य जानकारी भी मिल जाएगी। यानि पलायन करने वाले ठग व्यापारियों से इंडस्ट्री से जुड़े लोगों को राहत मिलेगी। जैसे ही आप जीएसटी नंबर या पान कार्ड नंबर दर्ज करते हैं, आपको ऐप पर व्यापारी के खिलाफ शिकायतों का विवरण मिल जाएगा। एप्लिकेशन का सर्वर भी क्राइम ब्रांच में रहेगा।

इस ऐप की लॉन्चिंग वेसू पुलिस स्टेशन के उद्घाटन अवसर पर गृहमंत्री हर्ष संघवी के हाथों की गई। इस प्रकार आपको अपनी उंगलियों पर जानकारी मिल जाएगी कि आप जिस व्यापारी के साथ व्यापार कर रहे हैं वह व्यापार करने योग्य है या नहीं। इससे व्यापारियों का पैसा डूबने से बच जाएगा। गौरतलब है कि कपड़ा बाजार के सक्रिय संगठनों के मदद से इस ऐप को तैयार किया गया है। इस अवसर पर मेयर हेमाली बोघावाला, पुलिस आयुक्त अजयकुमार तोमर, विधायिका झंखना पटेल, विधायक विवेक पटेल, कांति बलर, स्थायी समिति के चेयरमेन परेश पटेल, छोटू पाटिल सहित मान्यवरों की उपस्थित रहीं।

व्यापारी को ठगने वाले को बख्शा नहीं जाएगा : हर्ष संघवी

वेसू पुलिस थाने के उद्घाटन अवसर पर गृह मंत्री हर्ष संघवी ने कपड़ा बाजार में होने वाली ठगी के मामलों पर बोलते हुए कहा कि हमारे सूरत के कपड़ा व्यापारी भाइयों के साथ ठगी करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। व्यापारी भरोसा रखकर अन्य राज्यों के व्यापारियों को माल दे देते है, लेकिन उनके साथ विश्वासघात किया जाता है।

ऐसे बाहरी राज्य के ठग व्यापारियों को छोड़ा नहीं जाएगा। उनके खिलाफ पुलिस सख्त कदम उठाएंगी। ऐसे ठग व्यापारियों के खिलाफ क्रिमिनल केस दर्ज किए जाएंगे। ठगी के मामले में अभी तक 4.56 करोड़ की राशि व्यापारियों को लौटाई गई है। यह तो कुछ नहीं है आगामी दिनों में इससे ज्यादा राशि भुक्तभोगी को लौटाने का प्रयास किया जाएगा।

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