आश्चर्य: सूरत में तीन लोगों को वैक्सीन का टीका लगाए बिना ही मिल गया टीका लगाए जाने का सर्टिफिकेट
सूरत में एक तरफ कोरोना के मामले दिनोंदिन बढ़ रहे हैं और मनपा में अंधेरी नगरी चौपट राजा जैसी स्थिति होने का सामने आया है। राज्य सरकार कोरोना पर नियंत्रण लाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है ऐसे में सूरत मनपा की घोर लापरवाही सामने आयी है। जिसमें लोगों को कोरोना का टीका लगाए बिना ही सर्टिफिकेट मिल रहे है। अब तक इस तरह के तीन लोगों को सर्टिफिकेट मिलने का सामने आ चुका हैं।
जब यह गंभीर मामला सूरत नगर निगम के अधिकारियों के संज्ञान में आया, तो उन्होंने विशेषज्ञों की एक टीम की मदद से इस मामले में जांच शुरू कर दी है। आश्चर्यचकित करने वाली बात यह है कि सर्टिफिकेट में जिसनर्स के नाम का उल्लेख किया गया वह पिछले दो माह से छुट्टी पर है। पहला मामला शनिवार को सामने आया और अन्य दो मामले रविवार को सामने आए। तीन में से दो मामले सूरत के पांडेसरा इलाके के हैं।
सूरत के पांडेसरा इलाके में रहने वाले अनूप सिंह ने 10 मार्च को पिता हरिभानसिंह और मां अन्नपूर्णा के टीकाकरण का पंजीकरण कराया। ये लोग टीका लेने से पहले हरिद्वार में आयोजित कुंभ मेले में गए थे। इसलिए उन्हें टीका नहीं लग सका। भले ही उनका टीकाकरण नहीं हुआ हो, लेकिन हरिभान को वैक्सीन लेने का सर्टिफिकेट उनके घर आ चुका है।
एक अन्य घटना में राकेश सिंह नाम के एक व्यक्ति ने अपनी सास निर्मला सोलंकी को कोरोना वैक्सीन देने के लिए 13 मार्च को पंजीकरण कराया। तभी राकेश सिंह के मोबाइल पर एक मैसेज आया कि वह दोपहर 3 बजे बमरोली स्वास्थ्य केंद्र जाएं और टीका लगवाएं।
दोपहर के समय किसी कारणवश राकेश सिंह अपनी सास को बमरोली स्वास्थ्य केंद्र नहीं ले जा सके। हालांकि स्वास्थ्य केंद्र द्वारा राकेश सिंह के मोबाइल पर एक संदेश भेजा गया था कि निर्मला सोलंकी को टीका लगाया गया है।