सूरत : व्यापारी बना लुटेरी दुल्हन गिरोह का शिकार, ऐसे बनाते है कुंवारे लड़कों को शिकार
सूरत के वराछा इलाके में रहने वाले मूल रूप से जूनागढ़ के रहने वाले 30 वर्षीय व्यापारी लुटेरी दुल्हन गिरोह का शिकार बनने पर मामला पुलिस तक पहुंच गया है। भिवंडी की लड़की और वेलांजा और वलसाड के दो दलालों की मदद से उसके माता-पिता ने व्यापारी से 2.34 लाख रुपये नकद, सोने-चांदी के जेवरात मिलाकर कुल 2.54 लाख रुपये हड़प लिया। बाद में उसकी पत्नी घूमने के बहाने भिवंडी गई थी और जब वह व्यापारी परिवार के साथ वहां उसे लेने पहुंचा तो उसे छोड़ने कोई नहीं आया और घर पर ताला लगा होने परपड़ोसियों से पूछने पर बात पता चली।
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार 30 वर्षीय गौतम किशोरभाई धनेशा ( मूल गांव जुथल, जूनागढ़ का और सूरत में वराछा त्रिकमनगर 2 परमहंस सोसाइटी मकान नंबर ए/30) किराना और फरसान का व्यापार करता है। लोहाना जाति के गौतम के समाज में शादियां आसानी से नहीं होती थीं, इसलिए वह दिनेश अहीर ( रंगोली चौक, वेलजा, सूरत) से बात कर रहा था जो पिछले एक साल से उसकी दुकान पर आ रहा था और उसने अपने दोस्त रसिक भीमलेशभाई (निवासी डूंगरी गांव, वलसाड) से पूछा, जो शादी करने का काम करता है। उसने मिलने के लिए बुलाया था। रसिक ने सोनी उर्फ रोहिणी उर्फ नयना गुरुराज शिंदे की फोटो दिखाई और कहा कि वह मेरे रिश्तेदार की मौसी की लड़की है, आप चाहें बात आगे बढ़ाता हूं। तो गौतम ने हां कहा।
उसके बाद गौतम बड़ी बहन हेतल, दिनेश और रसिक के साथ भिवंडी पद्ममानगर चले गए। वहां सोनी, उसकी मां संगीता, पिता गुरुराज और भाई राजू थे। संगीता ने कहा कि सोनी घर चलाता है, उसका भाई अलग रहता है। मुझे मधुमेह है और मेरे पति को फेफड़े की बीमारी है। यदि आप अस्पताल और दवा के लिए 2.50 लाख रुपये का भुगतान करते हैं, तो हम शादी करेंगे।
चर्चा के बाद गौतम 2.11 लाख रुपये देगे तो कोर्ट मैरिज करने का फैसला किया गया। उस समय दिनेश और रसिक ने भी दलाल के रूप में 8 हजार रुपये की मांग की। गौतम ने पिछले 4 जुलाई को वलसाड कोर्ट में अपने और सोनी के परिवार वालों की मौजूदगी में शादी की थी। गौतम के पिता ने वहां सोनी की मां को 1.50 लाख रुपए नकद दिए। शादी करने के बाद वे सूरत आ गए और अगले दिन रंगवधूत वाडी में हिंदू रीति-रिवाज से शादी कर ली और शेष 61 हजार रुपये सोनी की मां को दे दिए।
शादी के बाद सोनी के माता-पिता भिवंडी आ गए। 18 जुलाई को सोनी की मां और उसकी बहन पूनम गौतम के घर आए और सोनी को साथ ले गए, सोनी ने गौतम से कपड़े खरीदने के लिए 15 हजार रुपये लिए और 25 तारीख को लेने के लिए आने को कहा। 25 तारीख को जब गौतम अपने माता-पिता, मौसी के साथ भिवंडी गया तो बस स्टेशन पर कोई नहीं आया और उनके मोबाइल फोन भी बंद थे।
गौतम और उनके परिवार वाले गेस्ट हाउस में रुके और रसिक को फोन करने पर उसे भी आता हूं कहा। लेकिन वह नहीं आया और मोबाइल फोन भी स्विच ऑफ था।तो वे एक रिक्शा लेकर सोनी के घर के पते पर पहुंचे, वह बंद था। आसपास पूछने पर पड़ोसियों ने बताया कि यहां रहने वाले सभी लोग शादी के नाम पर लड़कों खासकर गुजराती लड़कों से रुपये वसूलते हैं।
इसलिए गौतम और परिवार के सदस्य सूरत आए और इस संबंध में पुलिस को शिकायत करने पर वराछा पुलिस ने सोनी उर्फ रोहिणी उर्फ नयना गुरुराज शिंदे (निवासी जरीमरी मंदिर, कनेरी, भिवड़ी, महाराष्ट्र), संगीता-गुरुराज शिंदे (दोनों। निवासी लक्ष्मी सोसाइटी,भिवड़ी, महाराष्ट्र), पुनम (पुना, महाराष्ट्र), रसिक भीमलेशभाई रमानी (डूंगरी गांव, वलसाड) और दिनेश अहीर (रंगोली चौक, वेलजा, सूरत) के खिलाफ 2.34 लाख रुपये नकद, सोना व नकली जेवरात के साथ मिलाकर कुल 2,54,200 रुपये की धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कर पुलिस ने लुटेरी दुल्हन गिरोह को पकड़ने का प्रयास कर रही है।