अंबाजी में प्रसाद का मामला तूल पकड़ता देख सरकार ने आज आपात बैठक बुलाई। गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी और प्रवक्ता मंत्री ऋषिकेश पटेल ने बैठक की थी। इस बैठक में अंबाजी मंदिर के बटुक महाराज और संत शिरोमणि भी मौजूद थे। अब सरकार की बैठक में तय हुआ है कि अंबाजी में चिक्की और मोहनथाल दोनों का प्रसाद मिलेगा।
मोहनथाल और चिक्की दोनों प्रसाद उपलब्ध रहेंगे
मंदिर ट्रस्ट और सरकार के बीच हुई बैठक में प्रसाद को लेकर विवाद खत्म हो गया है। इस बैठक में मोहनथाल और चिक्की प्रसाद दोनों को जारी रखने का फैसला किया गया है। सरकार के प्रवक्ता मंत्री ऋषिकेश पटेल ने बताया कि कई धार्मिक स्थलों पर मोहनथाल का प्रसाद चुना जाता है। हम मोहनथाल और चिक्की दोनों प्रसाद को मंदिर में लाने की व्यवस्था करेंगे।
सरकार के प्रवक्ता मंत्री ऋषिकेश पटेल ने कहा कि मुख्यमंत्री की मौजूदगी में प्रसाद को लेकर चर्चा हुई है। धार्मिक संगठन के लोगों का भी मानना था कि मोहनथाल को प्रसाद के रूप में दिया जाना चाहिए।मोहनथाल का प्रसाद पिछले 35 साल से मिल रहा था। चर्चा के बाद ऐसी गुणवत्ता का प्रसाद मिलने की बात कही गई जिसे निश्चित गुणवत्ता, अच्छी पैकिंग के साथ दूसरे राज्यों में भेजा जा सके।
पूरे गुजरात के संतों की मांग थी कि मोहनथाल का प्रसाद जारी रखा जाए। अब मोहनथाल के प्रसाद में शक्कर, घी, बेसन की मात्रा भी ठीक-ठीक लिखी होगी। ऋषिकेश पटेल ने कहा कि कलेक्टर के साथ बैठक कर टेंडर प्रक्रिया की जाएगी ताकि अच्छी कंपनियां अच्छा प्रसाद दे सकें।