
भारत में सबसे अभद्र भाषा कौन सी है सर्च रिजल्ट बाद गूगल को मांगनी पड़ी माफी
गुरुवार को गूगल सर्च इंजन पर गुरूवार को एक घटना के बाद कन्नड़ भाषिकों ने गूगल को आड़े हाथ लेना शुरू कर दिया। जिसके कारण आखिरकार गूगल को माफी मांगनी पड़ी। दरअसल गूगल सर्च इंजीन पर भारत की सबसे भद्दी भाषा कौनसी है ऐसा सर्च करने पर जवाब में कन्नड लिखा आता था। कन्नड़ भाषियों को इसकी जानकारी होने लगी तो उन्होंने गूगल से इसे हटाने और माफी मांगने को कहा। कन्नड़ के कई बड़े नेताओं ने इसका विरोध भी किया।
बेंगलुरु सेंट्रल के एक सांसद पीसी मोहन ने कहा विजयनगर साम्राज्य के लिए कन्नड भाषा के पास एक समृद्ध विरासत है। दुनिया की सबसे पुरानी भाषाओं में से एक कन्नड़ भाषा के महान विद्वानों ने जेफरी चौसर से भी बहुत पहले महाकाव्य लिखा था। गूगल को माफी मांगनी चाहिए।
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव शहर सीटी रवि ने कहा जर्मनी के रेव. फर्डिनेंड किटेल ने 24 साल के अध्ययन के बाद पहला कन्नड़-अंग्रेज़ी शब्दकोश प्रकाशित किया। टॉलेमी ने अपने ग्रंथ में कन्नड़ भाषा का भी उल्लेख किया है। फिर यह अभद्र भाषा कैसे बन गई?
कन्नड़ भाषियों के कड़े विरोध के बाद गूगल ने सर्च इंजन से ऐसी प्रतिक्रिया को हटा दिया। इसके बाद उन्होंने माफी मांगी और स्पष्टीकरण दिया। गूगल ने कहा सर्च हमेशा परफेक्ट नहीं होता है। जिस तरह से इंटरनेट पर किसी सामग्री को परिभाषित किया जाता है, उसी तरह किसी प्रश्न का उत्तर परिणाम के विपरीत आ सकता है। हम जानते हैं कि यह आदर्श नहीं है। लेकिन अगर हमें कोई शिकायत आती है तो हम उसे तुरंत ठीक कर देते हैं। हम अपने एल्गोरिथम को सही बनाने के लिए लगातार काम कर रहे हैं। असुविधा के लिए हमें खेद है।