
लोक आस्था का महापर्व छठ आज नहाय खाय से शुरू
छठ महज एक पर्व नहीं है, पवित्रता, शुचिता,आपसी सौहार्द एवं भावनाएं का प्रतीक है।
सूरत। लोक आस्था का महापर्व छठ आज नहाय खाय से शुरू हो गया है। छठ महज एक पर्व नहीं है, पवित्रता, शुचिता,आपसी सौहार्द एवं भावनाएं का प्रतीक है, जो हमें अपने मातृभूमि, संस्कृति से जोड़ती है।
बिहार विकास परिषद, सूरत द्वारा हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी तापी आरती छठ घाट, इस्कॉन मंदिर के पीछे, जँहागीरपूरा एवं डाभोली छठ घाट, वेड रोड, सूरत में छठ पूजा का आयोजन कर रही है, इस वर्ष, दिन रविवार 19 नवंबर 2023 को डूबते सूर्य (संध्या अर्घ) और सोमवार 20 नवंबर 2023 को उगते सूर्य को अर्घ देने के साथ छठ पर्व का समापन होगा।
इस वर्ष भारी संख्या में छठवर्ती और उनके परिजन के पहुंचने की संभावना को देखते हुए परिषद के पदाधिकारी गण और कार्यकर्त्ता, प्रशासन के साथ मिलकर घाट की साफ सफाई करने में तन मन धन से पूरा सहयोग कर रहे है।
लगभग 70 से 80 हजार होंगे शामिल
सूरत महानगर पालिका के साथ मिलकर घाट को तैयार किया जा रहा है, दोनों छठ घाटों पर हर वर्ष लगभग 70 से 80 हजार की संख्या में श्रद्धांलु छठ पर्व में भाग लेने के लिए पहुंचते है, जिसे देखते हुए बिहार विकास परिषद किसी भी प्रकार की जोखिम नहीं लेते हुए पूरी तरह से घाट की साफ सफाई, समुचित लाइट की व्यवस्था, स्थाई तौर पर शौचालय आदि की व्यवस्था सूरत महानगर पालिका के साथ मिलकर कर रही है।
परिषद के संजय प्रसाद सिंह, संयोजक, छठ पूजा, तापी आरती छठ घाट, जँहागीरपुरा एवं देवेंद्र उपाध्याय के नेतृत्व में वेड रोड, डाभोली मे छठ पर्व का आयोजन कर रही है।