धर्म- समाज

जीवन में सरलता और शुद्धता का गुण होना जरूरी : आचार्य  जिनमणिप्रभसूरीश्वरजी

आचार्य ने निशा बोथरा को भागवती प्रवज्या दीक्षा का शुभ मुहूर्त का प्रदान किया

सूरत। शहर के पाल में श्री कुशल कांति खरतरगच्छ जैन श्री संघ पाल स्थित श्री कुशल कांति खरतरगच्छ भवन में युग दिवाकर खरतरगच्छाधिपति आचार्य जिनमणिप्रभसूरीश्वरजी म.सा. ने शनिवार 14 सितंबर को प्रवचन में कहा कि जीवन में दो गुण बहुत महत्वपूर्ण है, एक सरलता और शुद्धता। ज्ञान का प्रकटीकारण आपको ठहराता है अज्ञान का अनुभव आपको गति देता है। केवल शुद्ध पवित्र होना ही पर्याप्त नहीं है, सरल भी होना जरूरी है।

सरलता का अर्थ होता है जैसा हो वैसा ही स्वीकार करना। सरल वह है जिसका जीवन पारदर्शी है। सरलता और शुद्धता इन दोनों गुणों की प्राप्ति के लिए हमें साधना करनी है। धर्म करना जितना जरूरी है, उससे ज्यादा पाप छोड़ना जरूरी है। मौन कई प्रकार के होते हैं निंद्रा वाला भी मौन हो सकता है, तृच्छता वाला मौन भी हो सकता है और जागृति वाला भी मौन हो सकता है। निंद्रा वाला मौन प्रमाद है। शनिवार जिज्ञासुओं का दिन रहा। इस दिन श्रावकों की जिज्ञासाओं का निवारण आचार्य श्री द्वारा किया गया।

आचार्य श्री ने संसार और संयम में क्या अंतर है? यह बताते हुए कहा कि प्राप्ति के बाद आनंद घटता जाए उसका नाम संसार और प्राप्ति के बाद जिसका आनंद बढ़ता ही जाए उसका नाम संयम है। आज शनिवार 14 सितंबर को सुबह प्रवचन में विशाला हाल डीसा निवासी दुर्गादेवी घेवरचंदजी बोथरा परिवार की बेटी निशा बोथरा की भागवती प्रवज्या (दीक्षा) का शुभ मुहूर्त खरतरगच्छाधिपती आचार्य श्री जिनमणिप्रभसूरीश्वरजी द्वारा प्रदान किया गया।

इससे पूर्व दीक्षार्थी का वरघोड़ा सुबह पिरामिड सोसायटी (कुशल वाटिका के पास) से गाजे बाजे के साथ निकाला। आज रविवार 15 सितंबर को सुबह 8 बजे गाजते वाजते शा शान्तिलाल जी हरीशकुमार विकासकुमार लुणिया परिवार शेरगढ़, सूरत के निवास स्थान I-401 राजहंस एलिटा में गुरुदेव पगले करने पधारेंगे। राजहंस एलिटा के मुख्य गेट पर गुरुदेव श्री का भव्य सामैया होगा। वहां से गाजे बाजे के साथ 9 बजे श्री संघशास्तापुरम नगरी में प्रवचन मंडप में पधारेंगे। जहां मासक्षमण और उपर के सभी तपस्वियों एवं महामंगलकारी सिद्धितप के समस्त तपस्वियों को सोने की चेन पहनाकर बहुमान किया जाएगा।

रविवार 15 को सुबह ठीक 9 बजे से समाज के सभी महानुभावों और मेहमानों के साथ साथ आमंत्रित बाड़मेर जैन श्री संघ पर्वत पाटीया, श्री शीतलवाड़ी जैन श्री संघ,वेसु खरतरगच्छ जैन संघ आदि संघों का सामुहिक क्षमापना समारोह आयोजित किया गया है। इस समारोह में संघ को निश्रा प्रदाता पूज्य गुरुदेव श्री आदि साधु साध्वी वृंद के साथ साथ पर्वत पाटीया में बिराजमान प.पू. श्री डॉ निलांजनाश्रीजी म सा आदि ठाणा एवं शीतलवाड़ी बिराजमान प.पू.श्री मधुरिमाश्रीजी म सा आदि ठाणा का सानिध्य प्राप्त होगा। बाड़मेर जैन श्री संघ पर्वत पाटीया का आगमन, श्री शीतलवाड़ी जैन संघ का आगमन होगा।

मुमुक्षु मुस्कान धारीवाल के दीक्षा मुहूर्त की उदघोषणा की जाएगी। चौहटन निवासी शा नितेशकुमारजी, रमेशकुमारजी,जेठमलजी सेठिया परिवार (पुज्य संयमलताश्रीजी म सा के सांसारिक पुत्र)को स्व द्रव्य से निर्मित जिन मंदिर की प्रतिष्ठा व उपाश्रय और पाठशाला के उदघाटन के मुहुर्त की उदघोषणा करेंगे।

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