सूरत में पर्यूषण पर्व पर प्रभु की सोने, चांदी और केसर से अंगरचना
कोलकाता और विदेशी फूल मंगवाकर देरासर को सजाया गया
सूरत। पर्यूषण पर्व के मौके पर सूरत में भक्ति का माहौल है। शहर के पाल क्षेत्र में मुनिसुव्रत स्वामी भगवान की प्रतिमा को सोने, चांदी के वर्क और केसर से सजाया गया। इतना ही नहीं, कोलकाता और विदेशों से विशेष रूप से फूल मंगवाए गए और पूरे देरासर को सजाया गया।
सोने-चांदी और केसर से शृंगार
कल्पतरु राजरत्न जैन संघ की ओर से महापूजा का आयोजन किया गया। संघ के 30 बच्चों ने विशेष रूप से मुनिसुव्रत स्वामी भगवान की जीवनी के बारे में 5 स्टॉल बनाकर भाग लिया। प्रभु का अंगारचना सोने-चांदी, केसर आदि विशेष उत्तम सामग्रियों से किया गया। इस महापूजा में फूलों की विशेष सजावट की गई। ये फूल कलकत्ता से मंगवाए गए थे। साथ ही घउली की रंगोली और प्रॉप्स से भी सजाया गया।
650 दीपों की अद्भुत रोशनी की गई
पूरी तैयारी के लिए डिजाइन तैयार करने वाले नीलभाई ने कहा, कल्पतरु राजरत्न श्वे.मू.पू. जैन संघ पाल सूरत में मुनिसुव्रत स्वामी जिनालय में अति अलहादायक का आयोजन, महापूजा देखने लोग उमड़े। इस महापूजा की विशेष विशेषता की बात करें तो देवविमान सम अदभुत जिनालय है। परमात्मा की भव्यातिभव्य अंगरचना है। अलौकिक रंगोली गहुली और 650 दीपकों से शानदार रोशनी की गई।
नयनरम फूलों की अंगी और अद्भुत महापूजा का दर्शन कर श्रद्धालु धन्य महसूस कर रहे थे। इस महापूजा में लगभग 3300 भावी भक्तों ने दर्शन का लाभ लिया। गन्ने की सजावट, फूलों की रंगोली आकर्षण का केंद्र बनी।