धर्म- समाज

मीडिया समाज, संस्कृति और राष्ट्र में बदलाव लाने में सक्षम है – रत्नसुंदरसुरिजी महाराज

समाज को प्रभावशाली और पवित्र बनाने के लिए मीडिया को भी पहल करनी होगी

सूरत। पाल में स्थित श्री ओमकार सूरिजी आराधना भवन में पद्म भूषण जैनाचार्य रत्नसुंदरसूरीजी महाराज और पद्मदर्शन विजयजी महाराज आदि श्रवण वृंद का आगमन होने से जैन समाज उनके स्वागत के लिए उमड़े। उनकी निश्रा में प्रवचन श्रेणी का सिलसिला शुरू हो गया है।

रत्नसुंदरसूरीजी ने कहा कि मीडिया समाज, संस्कृति और राष्ट्र में बदलाव लाने में सक्षम है। दूध को आप जो देते हो उसमें कुछ प्राप्त होता है। चीनी दूध को मिठा बना देगी, दूध दही बना देगा, लेकिन नींबू की एक बूंद डालेंगे तो दूध फट जाएगा। यदि आप समाज को कमजोर या व्यर्थ देते हैं, तो अच्छा नहीं मिलेगा। समाज को प्रभावशाली और पवित्र बनाने के लिए मीडिया को भी पहल करनी होगी।

सत्ता, शिक्षा, संत और मीडिया पूरे देश का चेहरा बदल सकते हैं। अब गटर का ढक्कन खोलने का नहीं, परफ्यूम की बोतल का ढक्कन खोलने का समय है। लेकिन हो रहा इसके उलटा। दिल्ली में ‘सेक्स एजुकेशन’ पर याचिका दायर कर साढ़े तीन साल की मेहनत के बाद पूज्यश्री ने सभी का दिल जीत लिया और ‘सेक्स एजुकेशन’ पर रोक लगा दी। सेक्स एज्युकेशन शुरू करने के पीछे कंडोम और एड्स के व्यावसायीकरण का उद्देश्य था।

वैवाहिक छूट 21 साल की थी इसके बजाय 18 साल से बदलकर 18 साल की गई, इसके पीछे मेली मुराद थी। मीडिया वह हवा है जो पूरे वातावरण को बदल देती है। रत्नसुंदरसुरिजी ने एक-दो लोगों की वजह से जैन समुदाय को बदनाम करने वाले सांसद पर जमकर निशाना साधा। अगर गेहूं में कंकर है तो गेहूं को पीसना ठीक नहीं है। अगर अच्छी खबर पहले पन्ने पर जाती है, तो इसका अच्छा असर होगा। एकमात्र मीडिया जिसने मुझे दिल्ली में सफलता दिलाई है।

मंदिर जाने वाले कम हैं, होटल जाने वाले उससे ज्यादा हैं, फिल्म देखने वाले उससे ज्यादा हैं। आज जनसमूह तलेटी प्रेमी है, शिखर प्रेमी नहीं। हर किसी को जुड़ाव पसंद नहीं होता, ढलान मिलने पर गंगा को भी खड़ा होना मुश्किल है। रत्नसुंदरसुरिजी ने आशीर्वाद दिया कि दुष्ट सज्जन बने, सज्जन संगठित हो और संगठित सज्जन सक्रिय बने। अनार की तरह नहीं लड्डू की तरह बनो। अनार के दाने अलग हो जाते है लड्‌डू के कण जुड़े रहते है।

संतों की इच्छा शक्ति और शासकों की शासक शक्ति एक हो जाए तो कमला हो जाएगा। महाराज पांडेसरा, भटार, सरेला वाडी, अठवा लाइन्स, उमरा होकर पाल पांच दिनों तक रहेंगे। प्रवचन प्रसादी लेने के लिए हजारों की भीड़ उमड़ रही है।

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