सूरत में घटी घटना आपको बच्चों के हाथ में मोबाईल देने से पहले सोचने को कर देंगी मजबूर
बच्चों के गतिविधियों को लेकर अभिभावकों को भी जागरूक होने की जरूरत
आज कल युवाओं के साथ- साथ अब बच्चों में भी सोशल मीडिया का क्रेज दिनों दिन बढ़ता ही जा रहा है। कभी – कभी सोशल मीडिया पर रिल बनाने और कुछ तुफानी करने चक्कर में कई युवाओं को अपनी जान भी गंवानी पड़ी है। अब बच्चों में भी सोशल मीडिया पर रिल्स देखने की आदत बनती जा रही है, जो बच्चों को मस्तिष्क पर गहरा असर छोड़ रही है। सूरत में अभिभावकों चेतावनी रूप घटना सामने आयी है। पांडेसरा इलाके में 10 वर्षिय बच्चा फंदे पर झूल गया।
पूरा परिवार एक साथ रहता था
पुलिस सूत्रों के मुताबिक मूल बिहार के गया जिला निवासी अवधेश गुप्ता पत्नी, दो पुत्र और पुत्री के साथ पांडेसरा इलाके स्थित आशापुरी सोसायटी में रहते है। अवधेश पांडेसरा रायका सर्कल के पास लूम्स कारखाने में काम करके परिवार का गुजारा चलाते है। तीन संतानों में बड़ी बेटी के बाद दूसरे नंबर के 10 वर्षीय पुत्र यश गतरोज शाम अपने घर के छत पर पंखे के साथ फंदे पर झूला हुआ मिला।
कक्षा 4 में पढ़ता था मासूम यश
परिवार को लाड़ला यश पांडेसरा के आशापुरी सोसायटी में ही रामकृष्णा स्कूल में कक्षा 4 में पढ़ता था। यश के पिता ने बताया कि फिलहाल मेरी नाइट ड्यूटी होने पूरा दिन मैं घर पर ही था। 31 को सुबह यश को स्कूल से घर लेकर आया था। बाद में दोनों भाई मेरे नजरों के सामने पूरा दिन साथ में ही खेल रहे थे। शाम को भी दोनों बेटे साथ में ही खाना खाया। बाद में मैं काम पर चला गया और इसके बाद यश फंदे पर झूल गया। उसने यह कदम क्यों उठाया इसकी कोई कल्पना नहीं। उसका किसी के साथ झगड़ा भी नहीं हुआ या घर में किसी ने डांटा हो ऐसा भी नहीं। घटना के संदर्भ में पांडेसरा पुलिस मामला दर्ज कर जांच कर रही है।
मानसशास्त्र तज्ञों कहना है कि आसपास की घटना या उसका चित्रण का असर !
पांडेसरा में घटी घटना समाज के लिए चेतावनी रूप है। केवल दस साल का बच्चा कैसे आत्महत्या कर सकता है, इस पर बात किसी का विश्वास भी नहीं होगा। मानसशास्त्र तज्ञों कहना है कि आसपास की घटती घटनाएं, उसकी चर्चा या उसका चित्रण किसी भी माध्यम में विशेष कर मोबाई या टीवी में लगातार देखा हो तो उसका असर हो सकता है। कदाचित ऐसा हो सकता है कि ऐसी घटना का चित्रण देखा हो या सूना हो तो बच्चे जिज्ञासा वश इस प्रकार का प्रयोग करने गया और उसकी जान चली गई हो।