गोपीपुरा श्री सहस्त्रफणा पार्श्वनाथ दादा की 251 वीं सालगिरह पर होंगे कई कार्यक्रम
सूरत। श्री सहस्त्रफणा पार्श्वनाथ दादा जैन संघ में सभी के श्रद्धा का केंद्र स्थान विराजित है। ज्ञानी, ध्यानी, योगी, आचार्य भगवंतों, साधु साध्वीजीके हदय में बसे श्री सहस्त्रफणा पार्श्वनाथदादा सभी को सूरत शहर में आने को मजबूर करते है। परमात्मा जो सूरत के केंद्र में विराजमान है और साथ ही जैन और गैर-जैनों की आस्था और विश्वास जो परमात्मा से जुड़े हुए हैं । गोपीपुरा श्री सहस्त्रफणा पार्श्वनाथ दादा की 251 वीं सालगिरह शुक्रवार 13 मई को वैशाखसुद को आ रही है। इसकी तैयारी जोरों पर शुरू है।
सालगिरह के इस पावन अवसर पर भक्त एक सोने का छाता, एक सोने की आरती, एक मंगल दीपक और एक चांदी का मुकुट चढ़ाया जाएगा। अद्भुत शारीरिक रचना के साथ-साथ भक्ति की भावना भी होगी। सधार्मिक वात्सल्य जीवदय के साथ-साथ करुणा के उत्कृष्ट कार्य होंगे। जिसमें कई विकलांग व्यक्तियों को वित्तीय सहायता दी जाएगी। सूरत के 100 से अधिक नगर प्राथमिक विद्यालयों के 55,000 से अधिक बच्चों को पूर्ण स्टेशनरी किट के साथ-साथ जरूरतमंद परिवारों को भोजन किट भी वितरित की जाएगी।
800 से ज्यादा परिवारों को अन्नदान किया जाएगा। शहर के मुख्य विस्तारों में छाश का वितरण किया जाएगा। दो हजार से ज्यादा भिक्षुकों को रस-पूरी का भोजन कराया जाएगा। समस्त गोपीपुरा में बसे जैन परिवारों का स्वामी वात्सल्य भोजन, जैन पाठशाला में पढ़नेवाले दस हजार से ज्यादा बच्चों को गिफ्ट, 50 से अधिक पांजरापोल में घास भेजी जाएंगी। साथ ही 250 से अधिक अबोल जानवरों को बूचड़खाने से छुड़ाकर पांजरापोल में सुरक्षित रखा जाएगा।