कोरोना संकट के बीच हरिद्वार महाकुंभ मेले का आगाज, आप जाने से पहले इसे ध्यान में रखें
नई दिल्ली। हरिद्वार में गुरुवार से महाकुंभ 2021 का आगाज हो गया है। 30 अप्रैल तक चलने वाले महाकुंभ के दौरान भक्तों को गंगा स्नान से 72 घंटे पहले तक कोविड -19 के लिए आरटीपीसीआर नेगेटिव रिपोर्ट दिखानी होगी।
कोविड नेगेटिव रिपोर्ट प्रस्तुत किए बिना भक्तों को गंगा स्नान का लाभ नहीं मिलेगा। कड़ी सुरक्षा के बीच कुंभ मेले का आयोजन किया गया है और सरकार ने भक्तों से कोरोना के दिशानिर्देशों का पालन करने का आग्रह किया है।
देश-विदेश से बड़ी संख्या में भक्त गंगा में स्नान के लिए आते हैं और प्रशासन ने विभिन्न स्थानों पर पुलिस कर्मियों को तैनात किया है। हरिद्वार में प्रवेश के लिए ऑनलाइन पंजीकरण अनिवार्य है। इसके अलावा आरोग्य सेतू ऐप को भी भक्तों के फोन में अनिवार्य किया गया है। कोरोना के बाद उत्तराखंड उच्च न्यायालय ने राज्य सरकार को कुंभ उत्सव क्षेत्र में दैनिक 50,000 कोरोना टेस्ट करने का निर्देश दिया है।
मेले में प्रवेश करने के लिए भक्तों को सरकार के दिशानिर्देश का पालन करना होगा। इसके अलावा मास्क, सामाजिक दूरी, स्वच्छता सहित कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना होगा। गाइडलाइन के अनुसार 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को कुंभ में प्रवेश करने की अनुमति नहीं होगी। रैंडम चेकिंग राज्य की सभी सीमाओं पर और रेलवे स्टेशनों, हवाई अड्डों और सीमा चौकियों पर भी की जाएगी।
इन बातों का रखें ध्यान
कोरोना की रिपोर्ट 72 घंटों के भीतर प्रस्तुत की जानी चाहिए
पहले से किए गए ऑनलाइन पंजीकरण का एसएमएस दिखाना आवश्यक है
स्वास्थ्य परीक्षण रिपोर्ट को साथ में रखना होगा
कुंभ में एक्टिव कन्टेनमेंट जोन के भक्तों को प्रवेश नहीं मिलेगा
अप्रैल में हरिद्वार कुंभ मेले के दौरान 3 शाही स्नान
पहला शाही स्नान 12 अप्रैल (सोमवती अमास)
दूसरा शाही स्नान 14 अप्रैल (वैशाखी)
तीसरा शाही स्नान 27 अप्रैल (पूर्णिमा का दिन)