शवों का अंतिम संस्कार में भी चाहिए रिश्वत! , जाने का क्या है पूरा मांजरा
शहर में कोरोना का तांडव यथावत है। प्रशासन के प्रयासों के बावजूद कोरोना नियंत्रण में नहीं आ रहा है। दिनोंदिन कोरोना से मरने वालों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। हालत यह है कि अब श्मशान गृहों में शवों के अग्निदाह के लिए घंटों तक कतार में खड़े रहना पड़ रहा है। मृतकों के परिजनों को श्मशान गृहों में टोकन की व्यवस्था की गई है, जिससे कोई अव्यवस्था नहीं हो। इतना करने के बावजूद श्मशान गृह में पहले अग्निदाह करने के लिए रिश्वत लिए जाने का मृतकों के परिजनों ने गंभीर आरोप लगाया है। फिलहाल इस बात की पुष्टी नहीं हुई है, जांच के बाद ही सच्चाई का पता लग सकेगा।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक शहर के एक स्मशान गृह पर 5402,5403 और 5411 नंबर के टोकन धारको ने आरोप लगाया कि सभी लोग टोकन के मुताबिक कतार में खड़े थे, लेकिन इन सबको छोड़कर 5418 नंबर के टोकन वाले शव का अग्निदाह संस्कार कर दिया गया। इसके कारण वेइटिंग कर रहे अन्य मृतकों के परिवार जनो ने हंगामा किया। कुछ परिजनों ने आरोप लगाया कि 2000 लेकर जिनका नंबर पीछे है उन्हे आगे अग्निदाह संस्कार करने दिया जा रहा है।
कई लोगों का कहना है कि हम सुबह से शव लेकर आए हैं, टोकन भी ले लिया था लेकिन शाम तक नंबर नहीं आया। जो ज्यादा रूपए दे रहा है उनका पहले अग्निदाह संस्कार किया जा रहा है। पहले से ही मृतकों परिजनों में अस्पताल से घंटों के बाद शव सौंपा जाता है और उपर से श्मशान गृहों में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
(तस्वीर: प्रतिकात्मक है)