सांस्कृतिक रक्षा समिति ने गणेशजी की 1 हजार से अधिक प्रतिमाओं का समुंद्र में किया पुर्न विसर्जन
सांस्कृतिक रक्षा समिति के अध्यक्ष आशीष सूर्यवंशी के अगुवाइ में सोमवार को सूरत के डिंडोली, चलथान जैसे विभिन्न क्षेत्रों में अध विसर्जित पीओपी से बनी गणेश की 1000 से अधिक प्रतिमाओं को नहर से निकाल कर हजीरा में समुद्र में पुन: विसर्जित किया गया। इस कार्य में उधना पांडेसरा की सांस्कृतिक रक्षा समिति के 100 से अधिक स्वयंसेवकों ने सेवा दी।
सांस्कृतिक रक्षा समिति के अध्यक्ष आशीष सूर्यवंशी ने कहा कि हमारा संगठन पिछले 5 वर्षों से नहरों से पीओपी की कई आधी-अधूरी विसिर्जत पीओपी प्रतिमाएं निकाल रहा है और पीओपी की प्रतिमा के बजाय मिट्टी की मूर्ति की स्थापना के लिए लोगों को जगाया गया है।
नहर में आज भी गणेश जी की मूर्तियाँ दयनीय हालत में मिलीं। लोग10 दिनों तक भक्तिभाव से पूजा अर्चना के बाद भक्त इस प्रकार देवी-देवताओं की मूर्तियों को गंदे पानी में विसर्जित की देते हैं और हिंदू धर्म की भावनाओं को आहत करते हैं। संस्कृति की रक्षा के लिए संगठन लोगों में जागरूकता पैदा करने और प्रशासन को उचित व्यवस्था करने के लिए और पीओपी की मूर्तियों पर प्रतिबंध लगाने के लिए लगातार मांग करती आयी है। सांस्कृतिक रक्षा समिति, वीर सेना ग्रुप के साथ-साथ अन्य संगठनों की मदद से इस कार्य को पूरा किया गया।