रेमडेसिविर इंजेक्शन कालाबाजारी करने वाले डॉक्टर सहित चार जन गिरफ्तार, एक फरार
सूरत में एक ओर कोरोना के मामले दिनोंदिन बढ़ रहे है, वहीं कोरोना से मरनेवालों की तादात भी बढ़ी है। अस्पतालों में मरीजों को बेड नहीं मिल रहे है। कोरोना में कारगर रेमडेसिविर की मांग बढऩे से इसका कुछ लोग फायदा उठाते हुए कालाबाजारी कर रहे है। गतरोज रेमडेसिविर के एक्सपायरी डेट के इंजेक्शन बेचने के मामले में पूर्व भाजपा पार्षद बेटा सहित दो जनों को गिरफ्तार किया था। आज फिर से रेमडेसिविर इंजेक्शन का कालाबाजारी का मामला सामने आया है। शनिवार रात पीसीबी ने भागल चौराहा निकट से इंजेक्शन का काला बाजार करने वाले कतारगाम के डॉक्टर सहित चार जन को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने उनके पास से रेमडेसिविर इंजेक्शन के तीन बॉक्स, नकदी, मोबाइल और एक बाइक मिलाकर कुल 1.23 लाख का सामान जब्त किया। वहीं इंजेक्शन सप्लाय करने वाले अमरोली के चिकित्सक को भगोड़ा घोषित किया है।
पीसीबी ने बताया कि शहर में रेमडेसिविर इंजेक्शन की मांग बढऩे काला बाजारी की शिकायतें मिली थी। इस दिशा में कार्रवाई करने की सूचना पुलिस आयुक्त अजयकुमार तोमर द्वारा दी गई थी। जिसके तहत सूचना मिली थी कि जैनिशकुमार पोपट काकडिया साथियों के साथ अवैध रूप से उंचे दामों में इंजेक्शन बेच रहे है। वे भागल चौराहे निकट बैठे है। सूचना के आधार पर पीआई वर्कआउट स्टाफ के साथ स्थल पर पहुंचकर जैनीशकुमार पोपट काकडिया (उम्र 23, गौतमपार्क कारगील चौक पीपलोद)को रेमडेसिविर इंजेक्शन के साथ गिरफ्तार किया है।
जैनेश कुमार की पूछताछ में उनके साथी भद्रेश बाबू नाकरानी (सम्राट सोसाइटी पुनागाम),जैमीश ठाकरसी जिकादरा (यमुनापार सोसायटी दाभोली) और डॉ.साहिल विनू घोघारी (हरिहर सोसाइटी बाल आश्रम स्कूल के पीछे कतारगाम) को गिरफ्तार किया। पीसीबी ने आरोपियों के पास से रेमडेसिविर इंजेक्शन बॉक्स नग 1 कीमत 2697 रुपये, मोबाइल फोन नग 4 कीमत 63,500 रुपये, नकदी 12,520 रुपये और मोटरसाइकिल मिलाकर कुल 1,23,717 रुपये का सामान आरोपियो से जब्त किया। पीसीबी की पूछताछ में आरोपी ने कबूल किया कि उन्हे अमरोली न्यू कोसाड रोड मूनी क्लिनिक एन्ड नर्सिंग होम के डॉक्टर हितेश डाभी द्वारा इंजेक्शन की आपूर्ति की जाती थी। पुलिस ने उसे भगोड़ा घोषित किया था।