धर्म- समाजप्रादेशिक

रामनवमी पर सन्त लोकेशानंद उदयपुर में करेंगे भव्य रामकथा

श्री नारायण भक्ति पंथ मेवाड़ द्वारा होगा आयोजन

उदयपुर ( कांतिलाल मांडोत ) । श्री नारायण भक्ति पंथ के प्रवर्तक संत लोकेशानंद महाराज अप्रैल 2022 में रामनवमी के शुभ अवसर पर उदयपुर में भव्य राम कथा का वाचन करेंगे। इस कथा का आयोजन श्री नारायण भक्ति पंथ मेवाड़ की ओर से किया जा रहा है। संतश्री लोकेशानंद महाराज ने रविवार को उदयपुर में आयोजित पत्रकार वार्ता में यह बात कही। वर्ष 2018 में भी संत श्री द्वारा श्री विष्णु पुराण कथा का भव्य संगीतमयी कथा का वाचन उदयपुर में किया गया था, जिसमें हजारों श्रद्धालुओं ने भाग लिया। कोरोना महामारी के बाद एक बार पुनः अप्रैल 2022 में भव्य राम कथा आयोजित की जाएगी, जिसमें भगवान विष्णु के 108 स्वरूप 108 यजमानों द्वारा लेकर सर्वकल्याण पूजा अर्चना कर उन्हें घरों में स्थापित किया जाएगा।

संत श्री ने कहा कि आगामी अप्रैल में होने वाली राम कथा कोरोना के नियमों के अनुसार पूर्ण सुरक्षात्मक रूप से की जाएगी। उन्होंने आशा जताई है कि कोरोना की तीसरी लहर अब नहीं आए और यह आयोजन काफी भव्यता के साथ उदयपुर में आयोजित किया जा सके।
कथा की तैयारियां शुरू

श्री नारायण भक्ति पंथ मेवाड़ के अध्यक्ष बालूसिंह कानावत ओर सचिव योगेश कुमावत ने संयुक्त रूप से भव्य रामकथा आयोजन की घोषणा करते हुए कहा कि कथा को लेकर तैयारियां शुरू कर दी गयी है। लगातार पंथ के दीक्षार्थियों ओर सेवको के साथ चर्चाओं का दौर जारी है। कथा के समय को इस अनुसार तय किया जाएगा कि रामनवमी के दिन कथा में प्रभु श्रीराम का जन्मदिवस मनाया जाए।

(शहादा) महाराष्ट्र में बनेगा श्रीनारायण का भव्य मंदिर

संत श्री ने कहा कि पंथ का मूल उद्देश्य है, कि व्यक्ति पूजा को बढ़ावा ना देकर भगवान के मूल स्वरूप श्री नारायण की भक्ति को विश्व में फैलाया जाए। इसी को लेकर (शहादा )महाराष्ट्र में 2018 के अंत में श्री नारायण के भव्य मंदिर को बनाने का कार्य शुरू किया गया। मंदिर का पहला पत्थर मुहूर्त अनुसार जनवरी या फरवरी में रखा जाएगा। फिलहाल मंदिर का ढांचा तैयार किया गया है। इसके साथ ही मंदिर में लगने वाली शिलाओं को खूबसूरती प्रदान करने पर भी कार्य जारी है।
श्लोकों के वर्णन अनुसार बन रहा डिजाइन

संत श्री ने बताया कि (शहादा) महाराष्ट्र में प्रभु श्री नारायण का भव्य मंदिर बनने वाला है, श्री नारायण के प्रिय गरुड़ के शास्त्रों में वर्णन के आधार पर श्री गरुड़ राज प्रशाद को बनाया जा रहा है। जिसका किसी भी तरह का डिजाइन नहीं है। सिर्फ श्लोकों में वर्णन के आधार पर इसकी डिजाइन बनाई गई है, जिसे अभी लोगों के सामने नहीं लाया गया है, और समय आने पर डिजाइन को सबके सामने लाया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि संपूर्ण धरती पर जब घर बनाते हैं तो उन्हें वास्तु अनुसार बनाया जाता है वैसे ही अगर पृथ्वी के वास्तु को देखें तो भारत पूजा का कोना माना जाता है ऐसे में दुनिया के दक्षिण कोने में श्री नारायण के भव्य मंदिर का निर्माण किया जा रहा है। पत्रकार वार्ता में आरपी शर्मा, जितेश कुमावत ओर मुरलीधर साहू ने भी आयोजन की जानकारी दी।

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